18 May 2025

साथी न मिलने से पारस्परिक तबादले से वंचित रह गए थे आधे से अधिक शिक्षक

 साथी न मिलने से पारस्परिक तबादले से वंचित रह गए थे आधे से अधिक शिक्षक

प्रतापगढ़: पारस्परिक तबादले के साथी तलाशना बड़ा ही दुरूह कार्य है। गत वर्ष साथी न मिल पाने से आधे से अधिक शिक्षक तबादले से वंचित रह गए थे। इस साल भी अब पोर्टल खुलने पर साथी की तलाश शुरू हो जाएगी।



जनपद में कार्यरत ऐसे शिक्षक जो पारस्परिक तबादले से अपने मनचाहे जिले अथवा ब्लाक में जाना चाहते हैं उन्हें साथी की तलाश होती है। जिन्हें साथी मिल जाते हैं, उनकी तो मनोकामना पूरी हो जाती है, लेकिन जो साथी नहीं ढूंढ पाते वे तबादले से वंचित हो जाते हैं। गत वर्ष 2023-24 के आंकड़ों पर नजर डालें तो पारस्परिक तबादले के लिए आनलाइन आवेदन करने वाले 51 शिक्षकों में से सिर्फ 24 का ही पारस्परिक तबादला हो सका था।


बाकी को निराशा मिली थी। दूर जिले एवं जिले के अंदर दूर के ब्लाक में नियुक्त परिषदीय शिक्षक जिले के बाहर एवं जिले के अंदर पारस्परिक स्थानांतरण पाने के लिए उन साथियों की खोज में लग गए हैं, जो उनके जिले या ब्लाक में आना जाना चाहते हैं। ओटीपी के माध्यम से तालमेल

पेयर की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। अंतरजनपदीय पारस्परिक तबादले के लिए इस साल आनलाइन आवेदन करने वाले शिक्षकों की संख्या 285 है, लेकिन इनमें से सिर्फ 238 शिक्षकों ने ही अपनी फाइल बीएसए कार्यालय में जमा की है। इसके लिए आवेदन करने की अंतिम तारीख 16 मई निर्धारित की गई थी। अब इसके बाद सोमवार को पोर्टल खुलने के बाद 31 मई तक साथी शिक्षकों से तालमेल बनाए जा सकेंगे।



इस साल पारस्परिक तबादले के लिए 238 शिक्षकों के आमलाई के आवेदन किया है। पेयर तलाशने के लिए सोमवार से पोर्टल खुलेगा। इसके बाद 31 मई तक वे साथी की तलाश कर सकेंगे।

-भूपेंद्र सिंह, बीएसए