● 29 शिक्षकों में किसी का भाई आईएएस तो किसी का पति पुलिस में अधिकारी ● कई शिक्षकों के परिवार के सदस्य सचिवालय व दूसरे विभागों में बड़े पदों पर काबिज
लखनऊ, । प्राइमरी स्कूल उतरावां में मंगलवार को बिना बताए गायब मिलने पर निलंबित किए गए दो शिक्षकों पर पूर्व में निलंबन की कार्रवाई की जा चुकी है। दोनों ने बहाली के बाद फिर से इसी स्कूल में दोबारा तैनाती करा ली। यहां तैनात 29 शिक्षकों में अधिकांश पहुंच वाले हैं। इनमें किसी का भाई आईएएस है, किसी का भाई व पति पुलिस अधिकारी है।
कई के घर के सदस्य सचिवालय व दूसरे विभागों में बड़े पदों पर काबिज हैं। जिसके चलते यह सभी एक ही स्कूल में कई वर्ष से टिक हुए हैं। यह शिक्षक स्कूल से लेकर, बीआरसी और बीएसए कार्यालय के अधिकारियों पर रौब गांठते हैं और किसी नहीं सुनते हैं। कार्रवाई के बाद बुधवार को भी शिक्षक बीएसए के कार्यालय में सिफारिश के लिये पहुंचे।
मोहनलालगंज के खण्ड शिक्षा अधिकारी सुशील कनौजिया ने मंगलवार को उतरावां प्राथमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया था। जिसमें 29 में से 23 शिक्षक गायब मिले थे। इनमें तीन शिक्षक प्रवेन्द्र, चन्द्र प्रकाश और राम प्रकाश के 24 और 25 जून के हस्ताक्षर थे। अन्य 20 शिक्षक स्कूल में नहीं थे। बीईओ की रिपोर्ट पर बीएसए शिक्षक प्रवेन्द्र, राम प्रकाश और चन्द्र प्रकाश निलंबित किया था। इनमें राम प्रकाश करीब पांच वर्ष पहले यहीं पर बच्चों से अश्लील हरकत और मोबाइल पर गंदी फोटो दिखाने के आरोप में निलंबित किया जा चुका है। वहीं दूसरे शिक्षक चन्द्र प्रकाश को तीन वर्ष पहले शौचालय के गबन के आरोप में निलंबित किया गया। बहाली के दोनों शिक्षकों ने इसी स्कूल में तैनाती करा ली। निलंबित शिक्षकों ने सम्बद्ध स्कूल में बुधवार को कार्यभार संभाल लिया।
अनुपस्थित शिक्षकों ने बीआरसी से ली नोटिस
उतरावां प्राइमरी स्कूल में खण्ड शिक्षा अधिकारी के निरीक्षण में गायब मिले 20 शिक्षक बुधवार को स्कूल पहुंचे। स्कूल का समय खत्म होने के बाद बीएसए की ओर से जारी नोटिस मोहनलालगंज बीआरसी से हासिल की। बता दें कि इन्हें एक हफ्ते में अनुपस्थित होने का कारण देना है। बीएसए ने इन शिक्षकों के गायब होने पर एक दिन का वेतन काटने के साथ ही कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था।