26 June 2025

स्कूल जाते समय आग का गोला बन गई कार, शिक्षकों ने चलती गाड़ी से ही लगा दी छलांग; फिर जो हुआ


शमसाबाद में एक चलती कार में आग लगने से शिक्षक दंपती और दो अन्य शिक्षक बाल-बाल बच गए। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। दमकल ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। हादसे के बाद भी शिक्षकों ने अपने कर्तव्य को प्राथमिकता देते हुए स्कूल पहुंचे। 








विद्यालय जा रहे शिक्षक दंपती की कार दौड़ते समय आग का गोला बन गया। कार में दंपती के अलावा दो अन्य शिक्षक भी थे। सभी ने कूदकर जान बचाई। सूचना पर पहुंची दमकल ने एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है।




पश्चिमपुरी के दिनेश शर्मा और उनकी पत्नी श्वेता शर्मा शिक्षक हैं। दिनेश उच्च प्राथमिक विद्यालय कंपोजिट गंगौरा जबकि श्वेता प्राथमिक विद्यालय महाराम का पुरा में तैनात हैं। मंगलवार सुबह आठ बजे दंपती कार से स्कूल जा रहे थे। उनके साथ जयपुरिया, राजपुर चुंगी निवासी चंचल जैन और खंदारी निवासी संजय सिंह भी थे।


दोनों उच्च प्राथमिक विद्यालय कंपोजिट गंगौरा में ही तैनात हैं। कार दिनेश शर्मा चला रहे थे। उन्होंने बताया कि जैसे ही वे शमसाबाद बाइपास कट पर पहुंचे। गाड़ी के अंदर से धुआं निकलने लगा। बमुश्किल 50 मीटर आगे बढ़े होंगे कि अचानक गाड़ी में आग लग गईं। 



यह देख दिनेश ने कार रोकी, तब तक लपटें विकराल हो चुकी थीं। दंपती समेत अन्य शिक्षकों ने गाड़ी से कूदकर जान बचाई। देखते ही देखते लपटों ने पूरी कार को आगोश में ले लिया। सूचना मिलते ही दमकल पहुंच गई। कर्मियों ने एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।


उधर, हादसे के बाद शिक्षक दहशत में दिखे। सभी का कहना था कि ईश्वर का शुक्र है कि जान बच गई वरना कुछ भी हो सकता था। इंस्पेक्टर शमसाबाद हंसराज भदौरिया ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया। शिक्षकों को सकुशल स्कूल भिजवा दिया है।


हादसे के बाद भी फर्ज को दी प्राथमिकता

उधर, हादसे के बाद शिक्षक दहशत में दिखे। सभी का कहना था कि ईश्वर का शुक्र है कि जान बच गई वरना कुछ भी हो सकता था। इंस्पेक्टर शमसाबाद हंसराज भदौरिया ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया। शिक्षकों को सकुशल स्कूल भिजवा दिया है।


हादसे के बाद भी फर्ज को दी प्राथमिकता


हादसे के बाद भी शिक्षकों ने अपने फर्ज को प्राथमिकता दी। कार में आग लगने की घटना के बाद चारों शिक्षक दहशत में थे। उन्होंने घर-परिवार वालों को सूचना दी। बताया कि वह सुरक्षित हैं। इसके बाद बजाय घर जाने के कर्तव्य का निर्वहन कर सभी अपने-अपने विद्यालय पहुंचे। दिनेश शर्मा ने बताया कि होनी को कौन टाल सकता है। कर्तव्य का निर्वहन जरूरी है।