*स्वैच्छिक समायोजन..* एक *मास्टर स्ट्रोक*
विभाग में इस समय एकदम उत्सव जैसा महौल बना हुआ है, कहाँ उम्मीद थी विरोध की, लेकिन लोग आवेदन करने और ओटीपी न आने की चिंता से ग्रस्त हैं..
* सरप्लस विद्यालयों से *सहायक लोग* स्वतः ही आपसी सामंजस्य व जूनियर/सिनिअर का भेद मिटाकर बढ़ चढ़ कर आवेदन करने में लगे है..
* प्राइमरी के ज्यादातर *सरप्लस हेडमास्टर लोग* भी भविष्य से आशंकित होकर डरे सहमे आवेदन करना शुरू कर दिये हैं UPS में अपने नए ठिकाने के लिए..
कुल मिलाकर विभाग के इस *स्वैच्छिक* रूपी मास्टर स्ट्रोक से वर्तमान में *सरप्लस समायोजन* की लगभग *80% समस्या स्वतः ही दूर* हो जानी, बचे शेष 20-25% का समायोजन भी देर सबेर इच्छा या अनिच्छा से हो ही जाना..
* *PSHT के जूनियर में सहायक बन कर जाने से* हाल फिलहाल *पदोन्नति* की भी कोई खास जरूरत न रह जायेगी.. 😌