01 July 2025

200 विद्यालय बंद, एक से डेढ़ किमी चलकर विद्यालय पहुंचेंगे नौनिहाल

 सीतापुर। ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद मंगलवार से नौनिहालों के लिए परिषदीय विद्यालय खुल जाएंगे। इस दौरान सबसे अधिक दिक्कत करीब 200 विद्यालय के करीब चार हजार नौनिहालों को आएगी। इनके विद्यालय पेयर होने के चलते एक से डेढ़ किलोमीटर की लंबी दूरी तय करके वे दूसरे विद्यालय पहुंचेंगे। यदि गर्मी बढ़ी तो दोपहर में वापसी के समय उनको धूप से परेशानी होगी।




20 मई से ग्रीष्मकालीन अवकाश थे। एक जुलाई से बच्चों के लिए विद्यालय खुल जाएंगे, हालांकि शिक्षकों के लिए विद्यालय 16 जून से ही खोल दिए गए थे। इस दौरान करीब चार हजार नौनिहालों के विद्यालय बदल गए हैं। विद्यालय पेयर होने के चलते इनकी कक्षाएं अब निकटवर्ती विद्यालयों में संचालित की जाएंगी। 200 विद्यालय इस शैक्षिक सत्र में बंद कर दिए गए हैं। यहां के नौनिहाल व शिक्षकों को पड़ोस के विद्यालयों में शिफ्ट कर दिया गया है।




नए विद्यालयों तक पहुंचने के लिए नौनिहालों को करीब एक से डेढ़ किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी। ऐसे विद्यालय पेयर किए गए हैं, जिनमें छात्र संख्या 50 से कम थी। मंगलवार से विद्यालय खोलने को लेकर सोमवार को बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग दिनभर तैयारियों में जुटा रहा। शिक्षकों को समय से विद्यालय पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं।


अगले सत्र से प्री प्राइमरी की तैयारी

बीएसए ने बताया कि 200 विद्यालय बंद नहीं बल्कि पेयर किए गए हैं। इन विद्यालयों में अगले सत्र से प्री प्राइमरी की कक्षाएं संचालित करने की तैयारी है। इससे विद्यालयों के भवनों का सदुपयोग होगा। साथ ही प्री प्राइमरी के नौनिहाल भी बेहतर तरीके से पढ़ाई कर सकेंगे।


पहले दिन शुरू होगा स्कूल चलो अभियान

स्कूल चलो अभियान की शुरुआत सत्र के पहले दिन से हो चुकी है। अब जुलाई के पहले दिन से इस अभियान को गति दी जाएगी। प्रत्येक विद्यालय में इसकी शुरुआत होगी। शिक्षक अभिभावकों को शिक्षा का महत्व बताते हुए बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करेंगे।


बेहतर तरीके से कराएं पढ़ाई

200 विद्यालय पेयर हो गए हैं। शिक्षकों को समय से विद्यालय पहुंचने व बेहतर पठन-पाठन कराने के निर्देश दिए गए हैं।

- अखिलेश प्रताप सिंह, बीएसए


विद्यालय खुलने से एक सप्ताह पहले शिक्षकों को तैयारियां करने के निर्देश दिए गए थे। पहले दिन से ही निर्धारित शिड्यूल के मुताबिक पढ़ाई कराई जाएगी।

- राजेंद्र सिंह, डीआईओएस