15 July 2025

यूपी में अगले 4 दिन तक भारी बारिश का अलर्ट, आगरा से गोरखपुर तक बरसेंगे

 




‎यूपी की राजधानी लखनऊ में हल्की बौछार और छिटपुट बारिश का सिलसिला मंगलवार और बुधवार की दोपहर बाद तक चलेगा। सोमवार रात भी बारिश हुई वहीं एक झोंका मंगलवार सुबह के बीच भी आने का पूर्वानुमान है। इसके बाद मानसूनी अवदाब की परिस्थिति लखनऊ में ज्यादा बारिश कराएगी। ऐसी परिस्थितियां बीते वर्षों में बन चुकी हैं। वहीं, अब तक बारिश के आंकड़ों में कमजोर रहे पूर्वी यूपी में चार दिन यानी मंगलवार से लेकर 18 जुलाई तक यलो अलर्ट घोषित किया गया है। पश्चिमी यूपी में भी बारिश का क्रम जारी रहेगा। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय का कहना है कि बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। हल्की से मध्यम बारिश बनी रहेगी। 16 से अच्छी बारिश की उम्मीद है।







‎मौसम विभाग के अनुसार मानसून की ट्रफ लाइन यानी मुख्य धारा मूल स्थिति से खिसकी हुई है। इस वजह से लखनऊ और आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा हो रही है। वहीं, दिन में छिटपुट बारिश या बूंदाबांदी का संकेत है। मानसूनी अवदाब लखनऊ में 16 जुलाई को पहुंचने का पूर्वानुमान है। इससे बारिश की तीव्रता बढ़ेगी। साथ ही दायरा बड़ा होगा।







‎उमस भरी गर्मी के बाद शाम को झमाझम बारिश हुई। एक घंटे में करीब 30 मिमी वर्षा ने राहत दिला दी। मानसून प्रदेश के कई जिलों में अचानक मेहरबान हो गया। मौसम विभाग का कहना है कि चक्रीय स्थिति बन जाने से अचानक प्रदेश के दक्षिणी समेत पश्चिमी और पूर्वी जिलों में भी बारिश हुई।










‎प्रदेश के पूर्वी हिस्से में अब मानसून मेहरबान रहेगा। सोमवार को प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र में कानपुर समेत आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। शहर के ज्यादातर इलाकों में मानसून झूमकर बरसा। कल्याणपुर से लेकर बर्रा तक बारिश हुई। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय (सीएसए) में 30 मिमी बारिश दर्ज की गई। सावन के पहले दिन तो अच्छी बारिश हुई लेकिन इसके बाद से कानपुर में बादल रूठ गए थे। मंगलवार से बारिश की फिर से संभावना जताई गई है। वहीं,अधिकतम पारा 33.3 डिग्री से घटकर 32.5 डिग्री सेल्सियस हो गया। रात का पारा 25.6 से 25.4 डिग्री रहा। मानसून की शिफ्टिंग से यूपी पर मामूली असर पड़ा है। राजस्थान में बारिश का रेड अलर्ट घोषित किया गया है। अभी तक पूर्वी यूपी में सामान्य से 15 फीसदी कम बारिश हुई है जबकि पश्चिमी यूपी में सामान्य से 49 फीसदी अधिक वर्षा हुई है। कानपुर में सामान्य से 16 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है।