एक शिक्षक जिसकी सैलरी 70000 है...उसका खर्च ~
7000 NPS
5000 किराया..
1000 बिजली बिल
2000 दूध
3000 पेट्रोल
5000 फल सब्जी
1000 गैस
5000 किराना
10000 फीस
10000 किस्त
15000 निवेश
6000 अन्य आपातकालीन खर्च ...
टोटल खर्च =70000,बहुत सारे ऐसे भी खर्चे हैं जिसे लिखा नहीं जा सकता..अब इसमें यदि बहुत कंजूसी कर ले तो वह 5000 से 10000 बचा लेगा..और यदि खुलकर जीना चाहे तो कर्जदार हो जाए....न तो उसके पास कोई ऊपरी कमाई है...न तो दूसरा स्रोत...
फिर भी लोगो को लगता है कि शिक्षक करोड़पति होता है...यदि वह घर ,जमीन या गाड़ी भी लेगा तो बिना लोन लिए नही कर सकता है....एक माह समाप्त होते होते दूसरे माह की सैलरी का इंतज़ार करना शुरू कर देता है..