15 July 2025

बेसिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा में शिक्षकों के पदों पर भर्ती शुरू करने की कवायद तेज: आयोग और निदेशालय मिलकर तय करेंगे अधियाचन का प्रारूप, अभ्यर्थियों को परीक्षा पर निर्णय का इंतजार

 

प्रयागराज। बेसिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा में शिक्षकों के पदों पर भर्ती शुरू करने की कवायद तेज कर दी गई है। सोमवार को उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग में हुई बैठक में तय हुआ कि अधियाचन का प्रारूप आयोग, शिक्षा निदेशालय व एनआईसी के प्रतिनिधि मिलकर तय करेंगे। इसके लिए जल्द ही संयुक्त बैठक बुलाई जाएगी।



दरअसल, आयोग की ओर से अधियाचन का प्रारूप तैयार कर लिया गया है। आयोग ने इस पर चर्चा करने व अंतिम निर्णय लेने के लिए संबंधित फाइल उत्तर प्रदेश के कार्मिक विभाग को भेजी थी।


आयोग के सूत्रों के अनुसार, कार्मिक विभाग की ओर से कहा गया कि इसमें विभाग में कोई विशेष भूमिका नहीं है। ऐसे में आयोग, शिक्षा निदेशालय व एनआईसी के प्रतिनिधि संयुक्त रूप से बैठक कर अधियाचन के प्रारूप को फाइनल कर दें।


प्रारूप फाइनल नहीं होने के कारण ही बेसिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा की ओर से आयोग को रिक्त पदों का अधियाचन नहीं भेजा जा रहा है, और इसी वजह से नई भर्ती फंसी हुई है। सूत्रों के अनुसार, बैठक में तय हुआ कि जल्द ही आयोग में बेसिक, माध्यमिक, उच्च शिक्षा निदेशालय व एनआईसी के प्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें अधियाचन के प्रारूप को अंतिम रूप दिया जाएगा।



अभ्यर्थियों को परीक्षा पर निर्णय का इंतजार


अभ्यर्थियों को उम्मीद थी कि आयोग टीजीटी परीक्षा पर कोई निर्णय लेगा, लेकिन स्थिति अब तक स्पष्ट नहीं हुई है। टीजीटी के 3539 पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा 21 व 22 जुलाई को प्रस्तावित है, लेकिन अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र अब तक जारी नहीं हुए हैं और अब पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार परीक्षा के आयोजन की कोई उम्मीद भी नहीं रह गई है। अभ्यर्थी चाहते हैं कि आयोग अधिकृत तौर पर परीक्षा के आयोजन को लेकर स्थिति स्पष्ट करे। नौ लाख से अधिक अभ्यर्थियों को इस परीक्षा का इंतजार है और पूर्व में दो बार यह परीक्षा स्थगित की जा चुकी है।