01 December 2025

महिला BLO को ब्रेन हेमरेज:मोबाइल पर फॉर्म अपलोड कर रही थीं, फैमिली चर्च गई थी; आकर देखा तो बेसुध पड़ी मिलीं

 

मुरादाबाद में महिला BLO को ब्रेन हेमरेज:मोबाइल पर फॉर्म अपलोड कर रही थीं, फैमिली चर्च गई थी; आकर देखा तो बेसुध पड़ी मिलीं


मुरादाबाद में एक BLO के सुसाइड की घटना के बीच एक महिला BLO के ब्रेन हेमरेज होने की खबर सामने आई है। 57 साल की शिक्षिका आभा सोलोमन को नाजुक हालत में शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। देर रात हालत और बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ा।



मुरादाबाद शहर के सिविल लाइंस एरिया में पाकर इंटर कॉलेज के पास रहने वाली आभा सोलोमन, पाकबड़ा के ईदगाह स्थित प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापिका हैं। आभा सोलोमन BLO भी हैं और इन दिनों SIR के काम में लगी हुई हैं।


आभा के बेटे शहालोम ने दैनिक भास्कर को बताया- उनकी मां अपने 4 भाइयों और एक बहन के साथ मुरादाबाद में रहती हैं। उनके पति हरिद्वार में और बेटा शहालोम जॉब के सिलसिले में पानीपत में रहते हैं। रविवार को बाकी परिवार चर्च गया था, लेकिन आभा ने कहा कि उन्हें SIR फार्म डिजिटलाइजेशन का काम निपटाना है, इसलिए वह चर्च नहीं जाएंगी।


कमरे में बेहोश हालत में मिली महिला शहालोम ने बताया कि जब परिवार चर्च गया, तब उनकी मां मोबाइल फोन पर फॉर्म अपलोड करने का काम कर रही थीं। उन्हें ब्लड प्रेशर (बीपी) की समस्या रहती है, इसलिए वह सुबह-शाम बीपी की दवा लेती थीं।दोपहर लगभग 2 बजे आभा की बहन चर्च से लौटीं और देखा कि आभा अपने कमरे में बिस्तर पर लेटी थीं। बहन ने उन्हें दवा देने के लिए उठाने की कोशिश की, लेकिन कई बार आवाज देने के बावजूद आभा ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।


इसके बाद उन्हें हिलाकर देखा गया तो वह पूरी तरह से बेहोश थीं। परिवार ने तुरंत अन्य सदस्यों को फोन करके बुलाया और उन्हें कांठ रोड स्थित विवेकानंद अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने उनका इलाज शुरू किया।


शहालोम मुरादाबाद पहुंचे और बताया कि उनकी मां आईसीयू में भर्ती हैं। ब्रेन हेमरेज की आशंका में डॉक्टरों ने उनका इलाज शुरू किया। उन्हें बताया गया कि आभा का बीपी बिल्कुल कम हो गया था। देर रात आभा सोलोमन को वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया।


हालांकि, परिवार ने इस घटनाक्रम को किसी भी तरह SIR से नहीं जोड़ा है। शहालोम ने कहा कि उनकी मां बीमार रहती थीं और उनका इलाज चल रहा था। उन्हें आज भी डॉक्टर को दिखाना था।