30 December 2025

नए साल में बैंकिंग, डिजिटल भुगतान के नियम बदलेंगे: यह होंगे बदलाव

 नए साल में बैंकिंग, डिजिटल भुगतान के नियम बदलेंगे



साल 2026 बैंकिंग, वेतन, डिजिटल भुगतान और आम उपभोक्ता से जुड़े कई अहम नियम बदलाव लेकर आ रहा है। इन बदलावों का असर सीधे हमारी जिंदगी और खर्च की योजना पर दिखेगा। सबसे बड़ा बदलाव 8वें वेतन आयोग को लेकर होने जा रहा है। इससे लाखों कर्मचारियों और पेंशनधारियों की मासिक आय में बदलाव होगा।


1.आठवां वेतन आयोग प्रभावी होगा

सरकार जल्द ही 8वां वेतन आयोग लागू करने वाली है। उम्मीद लगाई जा रही है कि 8वां वेतन आयोग एक जनवरी 2026 से प्रभावी हो जाएगा। हालांकि, लागू होने में समय लग सकता है। इसके तहत वेतन, पेंशन और भत्तों में अहम संशोधन हो सकते हैं। वेतन कितना बढ़ सकता है, इसका आधिकारिक आंकड़ा अभी तय नहीं है। लेकिन शुरुआती अनुमानों के मुताबिक 20-35% तक बढ़ोतरी संभव मानी जा रही है।

2. आधार-पैन लिंकिंग

आधार को पैन से लिंक करने की आखिरी तारीख 31 दिसंबर 2025 है। जो लोग तय तिथि तक लिंक नहीं करेंगे, उनका पैन कार्ड एक जनवरी से निष्क्रिय हो जाएगा। फिर जुर्माना देकर इसे लिंक करना होगा। लिंक न होने की स्थिति में खाते से जुड़ी सुविधाएं रुक सकती हैं।

3. वाहनों के दाम में वृद्धि

एक जनवरी 2025 से कई कंपनियां अपने वाहनों की कीमत में बढ़ोतरी करने वाली हैं। इन कंपनियों में निसान, बीएमडब्ल्यू, एमजी मोटर और रेनॉल्ट जैसी कंपनियां शामिल हैं। अन्य कार निर्माता कंपनी भी अपने वाहनों की कीमत में बढ़ोतरी कर सकती हैं।

4. क्रेडिट स्कोर का अपडेट अब तेज

क्रेडिट स्कोर के अपडेट की रफ्तार बढ़ाई जा रही है। जहां पहले यह अपडेट 15 दिन में होता था, वहीं अब हर हफ्ते स्कोर अपडेट होगा। समय पर किस्त चुकाने का फायदा जल्दी दिखेगा और कर्ज की स्वीकृति की प्रक्रिया ज्यादा सटीक होगी।

5. सीएनजी-पीएनजी सस्ती होने की संभावना

यूनिफाइड टैरिफ सिस्टम में बदलाव का असर गैस कीमतों पर दिख सकता है। खबरों के मुताबिक सीएनजी ₹1.25 से ₹2.50 प्रति किलो तक सस्ती हो सकती है। वहीं, पीएनजी में ₹0.90 से ₹1.80 रुपये तक की राहत संभव है। इसका सीधा फायदा उपभोक्ताओं को मिलेगा।


6. यूपीआई और डिजिटल भुगतान के कड़े नियम

डिजिटल धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए यूपीआई, मोबाइल नंबर और बैंक खाते से जुड़े नियम सख्त होंगे। सिम सत्यापन और डिजिटल पहचान पर खास जोर रहेगा, जिससे ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों में कमी आएगी।


7- नए साल की शुरुआत के साथ कई बड़े बैंकों ने कर्ज की ब्याज दरों में कमी के संकेत दिए हैं। इससे होम लोन और पर्सनल लोन लेना अपेक्षाकृत सस्ता हो सकता है। दूसरी ओर, फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों में भी बदलाव होंगे। इसके अलावा सरकार एक जनवरी से छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में भी बदलाव कर सकती है। ये दरें पिछली सात तिमाहियों से स्थिर हैं।