प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पीसीएस 2025 की प्रारंभिक परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की संख्या को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। साथ ही कहा है कि एक दिसंबर को प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम जारी होने के बाद से ही 15 गुना से कम अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित करने के प्रतियोगी छात्रों के विरोध को देखते हुए
आयोग के परीक्षा नियंत्रक हर्षदेव पांडेय के अनुसार आयोग की ओर से आयोजित सभी परीक्षाओं के संबंध में जो विज्ञापन जारी किए जाते हैं उनमें न्यूनतम दक्षता मानक के साथ प्रारंभिक/स्क्रीनिंग परीक्षाओं में अधियाचित रिक्तियों के सापेक्ष 15 गुना अभ्यर्थियों को श्रेष्ठता क्रमानुसार मुख्य परीक्षा में प्रवेश के लिए सफल घोषित किए जाने का प्रावधान होता है।
ऐसी परीक्षाएं, जिनमें विशिष्ट अर्हताओं के बहुसंवर्गीय पद सम्मिलित होते हैं, जैसे पीसीएस, आरओ/एआरओ आदि, किन्तु सामान्य एवं विशिष्ट दोनों अर्हताओं के सापेक्ष सफल होने वाले अभ्यर्थियों का अनुक्रमांक परीक्षा परिणाम में केवल एक बार ही दर्शाया जाता है जिससे एक ही अनुक्रमांक का दोहराव न हो।

