यूपी में एसआईआर के द्वारा हार्ट अटैक पड़ने से मौत के कई मामले सामने आए हैं। ऐसा ही मामला पीलीभीत जिले से भी सामने आया है। यहां एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री की ड्यूटी के दौरान हार्टअटैक से मौत हो गई। पति का आरोप है कि पत्नी को निर्वाचन के एसआईआर कार्य के लिये भी अफसरों ने लगाया था। अत्यधिक दबाब पत्नी की मौत का कारण बना है। वहीं बाल विकास विभाग की प्रभारी सीडीपीओ का कहना है कार्यकत्री की ड्यूटी लिखित रूप से नहीं लगी है। सिर्फ सहयोग के लिये समन्वय बनाकर काम कर रहीं थीं।
बिलसंडा से सटे घनश्यामपुर गांव के रहने वाले रमेश चन्द्र ने बताया कि बुधवार सुबह करीब 11 बजे के वक्त उनकी पत्नी तारावती (50) की हार्टअटैक से मौत हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि पत्नी को विभागीय कार्य के अलावा एसआईआर के काम की भी जिम्मेदारी अफसरों ने दबाब बनाकर दी थी। सुबह शाम उसकी मॉनिटरिंग और फार्म अपलोडिंग से लेकर विभागीय कार्य के तनाव के प्रेशर में उनकी हार्टअटैक से मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों का रोकर बुरा हाल है। साथी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने घटना पर दुःख व्यक्त किया है।
वहीं दूसरी ओर बाल विकास विभाग की प्रभारी सीडीपीओ सुरभि सक्सेना ने बताया कि तारावती हमारी वर्कर जरूर थीं। लेकिन एसआईआर में लिखित रूप से उनकी ड्यूटी नही लगी है। डीएम ज्ञानेंद्र सिंह का कहना है कि एसडीएम बीसलपुर को भेजा गया है। पूरी रिपोर्ट मांगी है। हमारे यहां एसआईआर का 99 फीसद से अधिक काम हो चुका है। दबाव जैसी कोई बात ही नहीं है।

