छात्रों के साथ गोरखपुर डीएम विजय किरन आनंद ने खाया मिड-डे मील,फिर पूछे यह सवाल


उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur) के सदर तहसील अंतर्गत पिपराइच थाना क्षेत्र में जिलाधिकारी विजय किरन आनंद (DM Vijay Kiran Anand) धान क्रय केंद्र व प्राथमिक विद्यालय का किया औचक निरीक्षण धान क्रय केंद्र संचालक को चेतावनी दिया है। डीएम ने साफ किया कि किसी भी स्थिति में किसानों को बिना धान खरीदे वापस न किया जाए. वहीं प्राथमिक विद्यालय पर बन रहे भोजन छात्र छात्राओं के साथ ग्रहण भी किया. सहकारी समिति धान क्रय केंद्र सिधौली व प्राथमिक विद्यालय सिधौली ग्राम मटिहनिया जनूबी धान क्रय केन्द्र व नथुवा धान क्रय केन्द्र पर डीएम के औचक निरीक्षण से हड़कंप मचा रहा है।

डीएम के साथ सदर तहसीलदार बृजमोहन शुक्ला पिपराइच थाना अंतर्गत बेला काटा व एक अन्य धान क्रय केंद्र का निरीक्षण किया. जिलाधिकारी ने धान क्रय केंद्र व्यवस्थापक को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि क्रय केंद्र पर आने वाले किसी भी किसान को वापस नहीं भेजना है. लाए हुए धान को तौल करवाकर तत्कालीन किसान के खाते में सरकार द्वारा निर्धारित धनराशि को हस्तांतरित किया जाये. जिससे किसान को बेवजह समितियों का चक्कर ना लगाना पड़े अगर किसान का खाता आधार कार्ड से लिंक नहीं है

तो तुरंत सहज जन सेवा केंद्र से खाता व आधार को लिंक कराते हुए किसान के खाते में धनराशि हस्तांतरित की जाए.डीएम ने कहा कि अगर किसी भी धान क्रय केंद्र द्वारा हीला हवाली करते हुए पाया जाता है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. जिलाधिकारी ने सिधौली प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण कर विद्यालय पर आए हुए छात्र-छात्राओं से विद्यालय के बारे में जानकारियां प्राप्त कर विद्यालय में न आने वाले शिक्षकों के बारे में जानकारियां प्राप्त की. विद्यालय में एक शिक्षक अनुपस्थिति मिला लेकिन संयोग अच्छा रहा कि उक्त शिक्षक अवकाश लिया हुआ था। डीएम मिड डे मील द्वारा उपलब्ध कराए गए विद्यालय में तैयार किए गए भोजन को छात्र छात्राओं के साथ ग्रहण किया.




छात्रों से पूछा कि इसी तरह प्रतिदिन भोजन मिलता है या आज केवल इस तरह बेहतर खाना मिल रहा है.
क्योंकि जिलाधिकारी तो केवल धान क्रय केंद्र का निरीक्षण करने निकले थे. रास्ते में विद्यालय पड़ने पर विद्यालय का निरीक्षण कर मिड डे मील भोजन ग्रहण कर विद्यालय का विधिवत निरीक्षण कर छात्र छात्राओं से विस्तृता जानकारियां प्राप्त कर ली. अध्यापकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया कि प्रतिदिन छात्र-छात्राओं को बेहतर तरीके से शिक्षा दी जाए. जिससे यह छात्र-छात्राएं देश का भविष्य बन सके और जनपद का नाम रोशन करें।