विधानसभा चुनाव की तारीखों के बाद अब यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा की तस्वीर जल्द साफ होगी। मतगणना के बाद से परीक्षाएं मार्च में ही शुरू कराने की तैयारी है। बोर्ड ने परीक्षा का कार्यक्रम भेज रहा है, शासन की मुहर लगने के बाद घोषित किया जाएगा। इसके पहले 2017 में विधानसभा चुनाव के बाद परीक्षाएं चुनाव के बाद 16 मार्च से शुरू हुई थीं।
माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल परीक्षा के लिए 27 लाख 83 हजार 742 व इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए 23 लाख 91 हजार 841 सहित कुल 51 लाख 75 हजार 583 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। इधर के वर्षों में यूपी बोर्ड फरवरी माह में ही इम्तिहान शुरू कराकर मार्च तक परीक्षाएं पूरी कराता था लेकिन, विधानसभा चुनाव की वजह से इस बार परीक्षा की तारीखें तय नहीं की जा सकी थी, अब चुनाव आयोग ने मतदान से मतगणना की तारीखें घोषित कर दिया है इसलिए बोर्ड में परीक्षा की तैयारियां भी तेज हो गई हैं।
ज्ञात हो कि 2021 में बोर्ड के 100 वर्ष के इतिहास में पहली बार हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा कोरोना संक्रमण की वजह से नहीं हो सकी थीं, सभी परीक्षार्थियों को अगली कक्षा में प्रोन्नत किया गया था। बोर्ड प्रशासन ने परीक्षा की अनुमानित तारीखें लगभग तय ली हैं। इनकी घोषणा होने से परीक्षार्थियों को तैयारी करने में सहूलियत रहेगी, इसीलिए तेजी से मंथन चल रहा है। बोर्ड प्रशासन अब तक इंटरमीडिएट की प्रायोगिक परीक्षाएं भी नहीं करा सका है, शैक्षिक कैलेंडर में इसकी तारीख पहली बार फरवरी में होना प्रस्तावित है। ज्ञात हो कि प्रैक्टिकल परीक्षा पिछले वर्षों में दिसंबर से जनवरी के बीच होती रही हैं। इन परीक्षाओं का कार्यक्रम भी घोषित किया जाना है।
विद्यालय बंद होने से परेशानी : कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमण तेजी से पांव पसार रहा है। शासन ने 16 जनवरी तक सभी कालेजों को बंद करा दिया है, आनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है। जिस तरह से हर दिन नए संक्रमित मिल रहे हैं उससे स्कूलों को बंद रखने की समय सीमा और बढ़ाई जा सकती है। इससे बोर्ड प्रशासन ने प्रायोगिक परीक्षा की तारीखें घोषित नहीं किया है, क्योंकि फरवरी में संक्रमण का पीक होने का अंदेशा है। इसी तरह प्री-बोर्ड परीक्षा पर संशय बना है, ज्ञात हो कि यह परीक्षा जनवरी के अंत में प्रस्तावित है।