झांसी:- जिला बेसिक शिक्षाधिकारी वेदराम ने मऊरानीपुर विकास खंड के परिषदीय व कंपोजिट विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कई विद्यालयों के शिक्षक, शिक्षा मित्र, अनुदेशक गैर-हाजिर मिले। जिस पर उन्होंने उनके वेतन रोके जाने के आदेश दिए गए। कंपोजिट ग्रांट का भुगतान न होने, पुस्तकालय-खेलकूद का सामान न खरीदे जाने पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी वेदराम सबसे पहले रंजीत का खिरक टककौली स्थित विद्यालय पहुंचे। दो शिक्षक अनुपस्थित मिले। प्राथमिक विद्यालय टकटौली में तैनात 14 शिक्षकों में से 13 गैर-हाजिर थे। प्राथमिक विद्यालय मैलवारा में कंपोजिट ग्रांट का भुगतान नही किया गया। उन्हें ग्रामीणों ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय भैरव का खिरक 15 दिनों में सिर्फ एक बार खुलता है। बाकी दिनों बंद रहता है। प्राथमिक विद्यालय फूलपुरा में दो अध्यापक उपस्थित मिले। लेकिन अध्ययनरत 69 विद्यार्थियों में से एक छात्र ही उपस्थित मिला। प्राथमिक विद्यालय ढकरवारा प्रथम में एक अध्यापक लगाकर 15 दिनों से अनुपस्थित चल रहे थे। कंपोजिट ग्रांट का भुगतान नही किया। 105 में से 35 विद्यार्थी ही उपस्थित मिले।
प्रधानाध्यापक का अगले आदेश तक रोका वेतन: बीएसए ने कन्या प्राथमिक विद्यालय ढकरवारा में प्रधानाध्यापक 2 व 3 मार्च से अनुपस्थित मिलने के अलावा विद्यालय परिसर में गंदगी पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने अगले आदेश तक प्रधानाध्यापक का वेतन रोक दिया गया है। कंपोजिट विद्यालय ढकरवारा में अध्ययनरत 230 विद्यार्थियों में से 39 ही उपस्थित मिले। डीबी टी 230 में से 191 का भुगतान किया गया। कंपोजिट ग्रांट का भुगतान, खेलकूद का सामान नहीं खरीदे जाने के अलावा पुस्तकों का वितरण नही किया गया। एक बंद कमरे में पुराने जूते मोजे मिले जो पिछले वर्ष में बच्चों को बांटे जाने थे।