मुख्यमंत्री योगी से मांगी चयन बोर्ड में सदस्यों की नियुक्ति और नई भर्ती, शिक्षकों के 27 हजार से ज्यादा रिक्त पदों पर चयन प्रक्रिया शुरू किए जाने की मांग

प्रयागराज : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में सदस्यों के 10 पद सृजित हैं। इसमें सिर्फ पांच सदस्य ही सेवा में थे, जिसमें सबने अपना कार्यकाल पूरा कर लिया। आठ अप्रैल को सभी पांचों सदस्य कार्यकाल समाप्त होने पर सेवामुक्त हो गए। अध्यक्ष का एक साल का कार्यकाल बाकी है। सदस्यों के अभाव में चयन बोर्ड में भर्ती प्रक्रिया ठप हो गई है। ऐसी स्थिति में युवा मंच ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर चयन बोर्ड में सदस्यों की नियुक्ति कर एडेड माध्यमिक विद्यालयों में 27 हजार से ज्यादा रिक्त पदों पर चयन प्रक्रिया शुरू किए जाने की मांग की है। 



पत्र में आरोप लगाया है कि रिक्त पदों के ब्योरे के बावजूद चयन बोर्ड नए सिरे से अधियाचन की प्रक्रिया शुरू कर अनावश्यक रूप से चयन प्रक्रिया में देरी कर रहा है। यह भी लिखा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी तदर्थ शिक्षकों के रिक्त हुए पदों के मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक अधियाचन भेजने में रुचि नहीं ले रहे हैं। उनके मुताबिक इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि महज पांच हजार पदों का ही अधियाचन प्राप्त हुआ है, जबकि सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में रिक्त पड़े पदों के सापेक्ष यह संख्या बेहद कम है।


 युवा मंच अध्यक्ष अनिल सिंह ने लिखा है कि एडेड माध्यमिक विद्यालयों में अभी कंप्यूटर शिक्षकों के पदों का भी सृजन नहीं किया गया है, जबकि राजकीय विद्यालयों में कंप्यूटर शिक्षकों के पदों का सृजन किया जा चुका है। भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में अध्यक्ष समेत 11 लोगों शामिल होते हैं। इसमें अध्यक्ष के अलावा सभी 10 सदस्यों के पद रिक्त हैं। कम से कम पांच सदस्यों की नियुक्ति कर कोरम पूरा कराने के साथ चयन प्रक्रिया शुरू कराने की मांग की है।


27 हजार से ज्यादा शिक्षकों के पदों पर भर्ती शुरू कराने को लिखा गया पत्र 

सदस्यों के अभाव में चयन बोर्ड की ठप हो गई है भर्ती प्रक्रिया