बीएसए कार्यालय पहुंची टीम, शिक्षक भर्ती घोटाले में की पूछताछ

 

मथुरा। दो दिन पहले बीएसए ऑफिस से ब्लॉक लिपिक की गिरफ्तारी के बाद सोमवार को अपराध शाखा की टीम कार्यालय जा पहुंची। यहां शिक्षक भर्ती पटल से जुड़े लिपिक से 2018 की भर्तियों से संबंधित अधिकारी और फर्जी शिक्षकों से जुड़ी पूछताछ की। इससे संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा।



2018 के दौरान प्राथमिक विद्यालयों में 12460 सहायक अध्यापक पद पर हुई भर्ती के अंतर्गत जनपद में 33 शिक्षक फर्जी दस्तावेजों के सहारे नियुक्ति पाने में सफल हुए थे। इसके अलावा उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 29334 अपराध शाखा की टीम ने 2018 की भर्तियों से जुड़े फर्जी शिक्षकों के मांगे दस्तावेज





विज्ञान, गणित शिक्षकों की भर्ती में 110 शिक्षकों को फर्जी नियुक्ति पत्र पर जनपद में तैनाती मिल गई थी। एसटीएफ और तत्कालीन डायट प्राचार्य द्वारा इस मामले का खुलासा किए जाने के बाद उच्च स्तरीय विभागीय जांच में तत्कालीन बीएसए संजीव कुमार सिंह, खंड शिक्षाधिकारी गिरिराज सिंह, उमेश गौतम, विनोद चौधरी और राकेश चौधरी को निलंबित किया गया था। पकड़ में आए फर्जी शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसमें से अनेक फर्जी शिक्षक सहित चार लिपिक जेल भेजे जा चुके हैं 


इसी प्रकरण की जांच के लिए अपराध शाखा निरीक्षक मुकेश मलिक बीएसए ऑफिस पहुंचे। यहां उन्होंने नियुक्ति संबंधी पटल सहायक बलभद्र से पूछताछ की। निलंबित किए गए अधिकारियों पूछताछ के लिए उनकी वर्तमान तैनाती की जानकारी मांगी। साथ ही 


गिरफ्तारी से चंचित नामजद शिक्षकों के दस्तावेज भी मांगे। उनके निवास से संबंधित रिकॉर्ड भी मांगा है। मुकेश मलिक ने बताया कि जनपद में शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े से अधिकारियों से पूछताछ की जानी है। गिरफ्तारी से बचे शिक्षकों पर भी कार्रवाई होनी है।