मिड डे मील कर्मियों ने शासनादेश वापस लेने और बकाया देने की मांग की


लखनऊ। रसोइयों ने नवीनीकरण के नाम पर निकाले जाने के खिलाफ बुधवार को प्रदर्शन किया। उन्होंने बकाया मानदेय का भुगतान करने की भी मांग उठाई। प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों से संबंधित पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजा।

उत्तर प्रदेश मिड डे मील वर्कर्स यूनियन के बैनर तले रसोइये बुधवार को परिवर्तन चौक पर एकत्र हुए। यहां से उन्होंने जिलाधिकारी कार्यालय कूच किया तो पुलिस ने कुछ दूर पर ही रोक लिया। यूनियन की प्रदेश उपाध्यक्ष कमला गौतम ने कहा कि कठिन परिस्थितियों और बेहद कम मानदेय पर काम करने वाली रसोइयों के जीवन को बेहतर बनाने की बजाय उनका रोजगार छीनकर बहुराष्ट्रीय कंपनियों के हवाले किया जाने पर सरकार आमादा है।

शासन बीती 31 अगस्त के रसोईया कर्मियों के नवीनीकरण/ चयन के आदेश के अनुपालन में रसोइयों को निकालने की कार्यवाही शुरू हो गई है। कई जगहों पर रसोइयों का छह माह तो कही पर कई वर्षों का मानदेय बकाया है।

उन्होंने शासनादेश को वापस लेने, बकाया मानदेय का भुगतान एकमुश्त करने, हाईकोर्ट के आदेश का अनुपालन कर वर्ष 2005 से न्यूनतम वेतन का भुगतान कराने, उम्र के आधार निष्कासन पर दो लाख ग्रेज्युटी और दस हजार रुपये पेंशन देने की मांग की। इस मौके पर मुख्य रूप से यूनियन की जिला संयोजिका रेखा अवस्थी, सुमन रावत, लज्जावती, जनकदुलारी, सुनीता, राजरानी, सावित्री, गीता आदि मौजूद रहीं।