शिक्षक छात्र-छात्राओं का चिड़चिड़ापन दूर करेंगे


प्रयागराज, । मनोविज्ञानशाला में ‘बच्चों के सर्वांगीण विकास पर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का प्रभाव’ विषयक माध्यमिक शिक्षकों के तीन दिनी प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन निदेशक ऊषा चंद्रा ने बुधवार को दीप जलाकर किया। निदेशक ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (मोबाइल, लैपटॉप, वीडियो गेम्स, कंप्यूटर, टीवी) के अत्यधिक प्रयोग से छात्र-छात्राओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।


बच्चों में एकाग्रता की कमी, आक्रामकता, चिड़चिड़ापन, हिंसा, झूठ बोलना जैसे विकृतियों पैदा हो रही हैं जिसकी पहचान करने के लिए माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण के बाद ये शिक्षक स्कूल में छात्रों की समस्याओं का न केवल समाधान कर सकेंगे बल्कि समस्याओं से संबंधित सुझाव तथा परामर्श प्रदान करने में भी सक्षम होंगे। विशेषज्ञ के रूप में इलाहाबाद डिग्री कॉलेज के शिक्षाशास्त्रत्त् के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. जगदीश्वर द्विवेदी, सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक मनोविज्ञान (मनोविज्ञनशाला) डॉ. कमलेश तिवारी, हेमवती नंदन बहुगुणा पीजी कॉलेज में मनोविज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. महेंद्र प्रसाद, प्रधानाध्यापक (मनोविज्ञान) डॉ. कमलेश कुमार, संस्थान की प्रवक्ता मीनाक्षी गौड़, रेनू सिंह, जोया परवीन, संजय कुशवाहा प्रतिभागियों को प्रशिक्षण देंगे।