1:45 पर बीएसए को बंद मिला स्कूल पूरे स्टॉफ का रोका वेतन


मंझनपुर। परिषदीय स्कूलों के संचालन में गुरुजन किस तरह मनमानी कर रहे हैं, इसकी नजीर बीएसए ने खुद अपनी देखी। निरीक्षण करने विद्यालय पहुंचे तो वहां ताला लटक रहा था। जबकि स्कूल बंद होने में 15 मिनट बाकी थे। इस पर उन्होंने प्रधानाध्यापक समेत पूरे स्टॉफ का वेतन रोक दिया है। मामला मूरतगंज ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय पैगंबरपुर का है।

परिषदीय स्कूलों के खुलने का समय आठ बजे और बंद होने का समय दोपहर दो बजे का निर्धारित है। दोपहर 1.45 बजे बीएसए कमलेंद्र कुमार कुशवाहा इस स्कूल का निरीक्षण करने पहुंच गए। बीएसए को स्कूल के गेट पर ताला लटकता मिला। 15 मिनट पहले ही स्कूल बंद देख बीएसए का पारा चढ़ गया। इसी बीच आसपास के कुछ ग्रामीण वहां पहुंच गए। बीएसए ने उनसे भी बातचीत की।

इसमें पता चला कि स्कूल के खुलने और बंद होने का कोई समय ही निर्धारित नहीं है। हमेशा सुबह देर से खुलता है और एक घंटे पहले ही बंद हो जाता है।


बीएसए ने बताया कि इस स्कूल को खोलने और बंद करने में बड़ी मनमानी हो रही है। यह उचित नहीं है। स्कूल के प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक और शिक्षामित्र समेत पूरे स्टॉफ का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोक दिया गया है। सभी से एक सप्ताह के अंदर स्कूल समय से पहले बंद होने का अलग-अलग स्पष्टीकरण मांगा गया है। समय से जवाब न देने वाले शिक्षक या शिक्षामित्र के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी