स्कूल से नाम काटे जाने पर छात्र ने फांसी लगा ली



स्कूल से नाम काटे जाने पर छात्र ने फांसी लगा ली
प्रयागराज, एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज के 12वीं के छात्र ने फीस जमा न होने पर नाम काटने से क्षुब्ध होकर शुक्रवार को फांसी लगा ली। इस घटना से उसके परिवार में कोहराम मच गया। छात्र के परिजनों ने स्कूल के प्रिंसिपल व शिक्षक पर संगीन आरोप लगाया। घटना से आक्रोशित लोगों ने प्रिंसिपल की जमकर पिटाई कर दी। पुलिस ने किसी तरह उन्हें बचाकर थाने भेजा। पुलिस का कहना है की जांच कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।


गाड़ीवान टोला, खुल्दाबाद निवासी सर्राफ त्रिलोकी केसरवानी की पत्नी सरिता एक निजी कंपनी में काम करती हैं। उनके दो बेटे यथार्थ गुप्ता(19) और सिद्धार्थ व एक बेटी है। यथार्थ गुप्ता एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज में 12वीं का छात्र था। उसकी फीस जमा नहीं हुई थी। शुक्रवार को वह अपनी मां के साथ स्कूल पहुंचा जहां पर क्लास टीचर ने उसे बताया कि अब उसका एडमिशन नहीं हो पाएगा। यूपी बोर्ड ने एडमिशन बंद कर दिया है।

इस दौरान शिक्षक और छात्र की मां के बीच कुछ विवाद भी हुआ। यथार्थ अपनी मां को उनके ऑफिस छोड़ घर पहुंचा और फांसी लगा ली। सूचना पर परिजन भी घर पहुंचे। उनका रो-रोकर बुरा हाल था। बेटे की मौत से आहत परिजनों ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर हंगामा शुरू कर दिया। आरोप लगाया कि स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षक ने स्कूल से नाम काटने से उसके बेटे ने जान दी है।

पुलिस ने प्रिंसिपल को भीड़ से बचाया

इधर, छात्र के फांसी लगाने की सूचना पर एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल स्वास्तिक बोस उसके परिजनों को सांत्वना देने पहुंच गए। उनको देखकर भीड़ उग्र हो गई। उन्होंने प्रिंसिपल की पिटाई शुरू कर दी। पुलिस ने बीचबचाव किया, जिसमें पुलिसकर्मी भी मामूली जख्मी हो गए। पुलिस ने किसी तरह प्रिंसिपल को बचाकर खुल्दाबाद थाने भेजा। एसीपी कोतवाली सत्येंद्र तिवारी ने पीड़ित परिवार को समझाया और छात्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक छात्र के पिता ने प्रिंसिपल समेत अन्य शिक्षक के खिलाफ आत्महत्या के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाते हुए पुलिस से मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई करने की मांग की है। खुल्दाबाद पुलिस मामले की जांच कर रही है।


शिक्षक स्कूल का रजिस्टर लेकर पहुंचे थाने

पुलिस ने प्रिंसिपल को खुल्दाबाद थाने में बैठा लिया। यह जानकारी मिलते ही उनकी पत्नी और शिक्षक थाने पहुंचे। प्रिंसिपल स्वास्तिक बोस ने बताया कि यथार्थ 11वीं में भी कॉलेज नहीं आता था। उसे प्रमोट किया गया था। 12वीं में स्वत ही उसका एडमिशन हो गया था। लेकिन उसने स्कूल की फीस जमा नहीं की थी और न ही स्कूल आता था। कुछ दिन पहले ही यूपी बोर्ड ने पोर्टल ब्लॉक कर दिया था। छात्र शुक्रवार को अपनी मां के साथ स्कूल आया था। उस वक्त वह कॉलेज में नहीं थे। बीएसए के साथ बैठक में शामिल थे। घटना की जानकारी होने पर वह खुद छात्र के घर गए थे, जहां पर लोगों ने बदसलूकी की। प्रिंसिपल के पकड़े जाने की सूचना मिलते ही कॉलेज की छात्र शिक्षक थाने पहुंच गए। पुलिस को दो साल का रजिस्टर दिखाया जिसमें छात्रों की अटेंडेंस थी। खुल्दाबाद इंस्पेक्टर अनुराग शर्मा ने बताया कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।


छात्रा ने स्टेटस पर डांट लगने पर लगाई थी फांसी

प्रयागराज। सर्कुलर रोड निवासी लवकुश की बेटी पलक जायसवाल(16) शहर के एक कांवेंट स्कूल में 11वीं की छात्रा थी। उसने अपनी क्लास टीचर का डांस करते हुए व्हाट्स एप पर स्टेटस लगाया था। इसकी जानकारी होने पर कॉलेज के शिक्षिका ने उसे मोबाइल पर डांटा था। इसके बाद छात्रा पलक ने फांसी लगा ली थी। बीते गुरुवार को उसकी मां ने कॉलेज की शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कॉलेज में जाकर हंगामा भी किया था।