पारस्परिक स्थानांतरण की प्रतीक्षा कर रहे 20,752 शिक्षकों ने मुख्यमंत्री से मांगा न्याय


प्रयागराज, कई वर्ष के बाद बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों को पारस्परिक स्थानांतरण व पदोन्नति देने की प्रक्रिया बेसिक शिक्षा परिषद सचिव प्रताप सिंह बघेल ने शुरू तो कराई, लेकिन वह शिक्षकों को नुकसानदायक ज्यादा लग रही है इससे परेशान शिक्षकों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि दोनों प्रक्रिया इस तरह पूरी कराई जाए कि पारस्परिक स्थानांतरण और पदोन्नति दोनों का लाभ मिल जाए। शिक्षकों की मांग के संबंध में मंत्री और विधायक ने भी अधिकारियों को पत्र लिखे हैं।

उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षक-शिक्षिकाओं को पारस्परिक स्थानांतरण का लाभ देने के लिए तालमेल की प्रक्रिया प्रार भ की गई। प्रदेश में 20,752 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने इस उम्मीद में तालमेल बैठाया कि मनचाहे जिले में स्थानांतरण मिल जाएगा, लेकिन उनकी उम्मीदों अब झटका लग सकता है। 22 नवंबर तक पदोन्नति देने के परिषद सचिव के आदेश से कई शिक्षकों का तालमेल टूट जाएगा, जिससे वह पारस्परिक स्थानांतरण से वंचित हो जाएंगे।

उप्र बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि पारस्परिक स्थानांतरण के लिए तालमेल बैठाने वाले शिक्षक वर्षों से परिवार से दूर हैं। इसके चलते बुजुर्ग और बीमार माता-पिता की देखभाल नहीं कर पा रहे हैं।
उन्हें उम्मीद थी कि जोड़ा बनाने के आधार पर पारस्परिक स्थानांतरण मिल जाएगा लेकिन अब पदोन्नति देने की प्रक्रिया पूर्ण होने पर बनाया गया यह तालमेल टूट जाएगा। इस कारण शिक्षकों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि पारस्परिक स्थानांतरण देने के बाद पदोन्नति दी जाए, जिससे दोनों लाभ मिल सकें। शिक्षकों की मांग के संबंध में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा को, राज्यसभा सदस्य सकलदीप राजभर तथा प्रश्न एवं सदर्भ समिति के सभापति राजबहादुर सिंह चंदेल ने परिषद सचिव को और हाथरस की विधायक अंजुला सिंह माहौर ने अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखा है कि अंतःजनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण के लिए शिक्षक-शिक्षिकाएं जोड़ा बनाने की प्रक्रिया अगस्त में पूर्ण कर चुकी हैं। इस प्रक्रिया को शीतकालीन सत्र तक न ले जाकर नियमानुसार जल्द पूर्ण कराया जाए।