देर से आया आदेश, त्योहार पर बोनस से वंचित रह गए अधिकतर कर्मचारी


प्रतापगढ़। दिवाली पर कर्मचारियों और शिक्षकों को बोनस देने की घोषणा तो हुई, मगर भुगतान नहीं हो पाया। दरअसल नौ नवंबर की शाम को बोनस देने की घोषणा की जानकारी


विभागों में दस नवंबर की सुबह आदेश आने के बाद हुई। अगले दिन 11 नवंबर को दफ्तर बंद हो गए। इससे कर्मचारियों को त्योहार पर बोनस नहीं मिल सका। हालांकि जिन विभागों में कर्मचारियों की संख्या कम थी, वह लाभ उठाने में सफल रहे।

जिले के 14,421 अराजपत्रित कर्मचारियों को बोनस और सभी राज्य कर्मचारियों तथा शिक्षकों को बढ़ी हुई दर से महंगाई भत्ता देने की घोषणा नौ नवंबर की शाम मुख्यमंत्री की ओर से की गई। अब तक राज्य कर्मचारियों को 42 फीसदी का महंगाई भत्ता मिल रहा था। चार प्रतिशत की बढ़ोतरी के बाद वह अब बढ़कर 46 फीसदी हो गया। डीए का लाभ कर्मचारियों और पेंशनरों को अगले माह से मिलेगा।

कर्मचारियों की नजरें बोनस पर टिकी हुई थीं।दिवाली पर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी अराजपत्रित कर्मचारियों को अधिकतम सात हजार रुपये बोनस देने की घोषणा की गई, इसमें पचास फीसदी नगद जबकि शेष पचास फीसदी रकम जीपीएफ और पीपीएफ खाते में जानी थी। मगर शासन से आदेश आने में हुई देरी की वजह से इस वर्ष त्योहार पर कर्मचारियों और शिक्षकों को बोनस नहीं मिल पाया है। इस सूची में विकास विभाग, पंचायतीराज विभाग, शिक्षा, स्वास्थ्य, वन विभाग के कर्मचारी शामिल हैं।


जिस विभाग से बिल आया था, उसे पारित कर दिया गया है। विभागाध्यक्ष की यह जिम्मेदारी है कि वह बोनस भुगतान के लिए समय से बिल भेजे। फिलहाल इसी सप्ताह में बोनस का भुगतान कर दिया जाएगा।
विपिन कुमार वर्मा, कोषाधिकारी