पुलिस भर्ती पेपर लीक मामला: गुरुग्राम के रिसॉर्ट में आठ सौ अभ्यर्थियों को बोलकर बताए गए थे प्रश्नों के उत्तर


मेरठ। उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने बृहस्पतिवार रात को गुरुग्राम के नेचरवैली रिसॉर्ट के मालिक सतीश धनकड़ को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सतीश धनकड़ ने कुबूल किया कि 20 लाख रुपये के लालच में उसने पेपर लीक कराने के लिए पूरा रिसोर्ट बुक किया था।


एसटीएफ की मेरठ यूनिट के एएसपी बृजेश सिंह ने बताया कि अहमदाबाद की ट्रांसपोर्ट कंपनी टीसीआई के कर्मचारी डॉ. शुभम मंडल, रोहित पांडे, शिवम गिरि, अभिषेक शुक्ला और मोनू का रिमांड मिलने के बाद टीम गुरुग्राम गई, और निशानदेही सतीश को गिरफ्तार कर लिया गया। सतीश ने बताया कि दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल विक्रम पहल पुराना दोस्त है। परीक्षा से पहले विक्रम ने कहा था कि यूपी पुलिस में सिपाही भर्ती का पेपर आने वाला है।

परीक्षा से एक दिन पहले रिसोर्ट बुक मत करना, इसके बदले 20 लाख रुपये मिलेंगे। विक्रम ने रिसोर्ट देखने के लिए दाउद, अनुराग और गुनिया को भेजा। झज्जर निवासी गुनिया पहले से

परिचित था। गुनिया सायना ट्रेवल्स में काम करता है। रिसोर्ट देखने के बाद उन्होंने सतीश को आठ सौ अभ्यर्थियों के रहने की व्यवस्था करने को कहा। पेपर लीक कराने के लिए 15 फरवरी का दिन तय किया गया लेकिन पेपर नहीं मिला। इसके बाद अभ्यर्थियों को रात को वहीं रुकवाया गया। 16 की सुबह विक्रम पहल, अनुराग और दाउद गाड़ी लेकर गए। 11 बजे 18 फरवरी को द्वितीय पाली में होने वाली परीक्षा का प्रश्न-पत्र व उत्तरकुंजी ले आए। उनके साथ मोनू शर्मा ढाकला, विक्रम दहिया और अन्य लोग थे। सभी अभ्यर्थियों के मोबाइल जमा कराए गए। इसके बाद प्रश्न बोलकर उनके उत्तर बताए गए