बेसिक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्र कुमार यादव ने शिक्षक संघ के पदाधिकारीयों को बायोमेट्रिक उपस्थिति से छूट प्रदान किए जाने के आदेश का विरोध करते हुए सभी शिक्षक संगठन के प्रदेश अध्यक्ष महामंत्री पदाधिकारी से आग्रह किया है कि इसका कड़ा विरोध करना सुनिश्चित करें। इस आदेश से शिक्षक समुदाय में भारी रोष दिखाई पड़ रहा है क्योंकि वर्तमान समय में अधिकांश शिक्षक नेता अपने निजी स्वार्थ में लगे हैं और शिक्षक हित में कहीं भी दिखाई नहीं देते।
इतना ही नहीं शासन प्रशासन द्वारा शिक्षक और शिक्षक पदाधिकारियो में मतभेद पैदा करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। वहीं कुछ संगठनों के प्रदेश अध्यक्ष महामंत्री एवम् पदाधिकारी शिक्षक संघ के पदाधिकारीयों को बायोमेट्रिक उपस्थिति से छूट प्रदान किये जाने के आदेश का गोपनीय तरीके से समर्थन कर रहे हैं। क्योंकि कुछ तथाकथित पदाधिकारी लगातार अधिकारियों नेताओं के साथ मिलकर इस बायोमेट्रिक आदेश से निजी स्वार्थ के लिए छूट पाना चाहते थे। जिसका आदेश जारी कर दिया गया जो शिक्षक हित में बिल्कुल उचित नहीं है। इससे शिक्षक समाज में असमानता, द्वेष और अविश्वास पैदा होना निश्चित हैं। शिक्षक संघ के पदाधिकारीयों को बायोमेट्रिक उपस्थिति से छूट के इस आदेश से पुरानी पेंशन को जिस तरह शासन प्रशासन द्वारा 2004 में संगठन के नेताओं को अपने पक्ष में करते हुए समाप्त कर दिया गया था और नवीन पेंशन को लागू कर दिया गया था। ठीक उसी प्रकार आज बायोमेट्रिक को शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियो को छूट देकर अध्यापकों का शोषण करने का पूरा सफल प्रयास किया जा रहा है। जब तक शिक्षक नेता शिक्षक समस्याओं से वंचित रहेगा तो शिक्षक समस्या को कैसे महसूस कर सकता हैं। इस लिए यह जरूरी हैं की सभी शिक्षक के लिए नियम समान हों। समस्त शिक्षक यह समझ लें कि अगर सभी शिक्षक संगठन के प्रदेश अध्यक्ष महामंत्री द्वारा इसका विरोध नहीं किया गया तो निश्चित रूप से आपके साथ उक्त संगठन के पदाधिकारीयों द्वारा धोखा दिया जा रहा है।