, प्रयागराज :
विज्ञान और गणित के वर्तमान दौर को देखते हुए यूपी बोर्ड ने भी कक्षा नौ व दस के छात्र-छात्राओं के लिए प्रश्न बैंक तैयार किया है। इसे पुस्तक के रूप में प्रकाशित कराया जाएगा। प्रश्न बैंक को बेसिक शिक्षा परिषद के कक्षा छह से आठ तक के विद्यालयों के पुस्तकालय में भी उपलब्ध कराया जाएगा। यह शिक्षकों के लिए होगा, जिसके माध्यम से वह विद्यार्थियों को विज्ञान और गणित की अवधारणा समझा सकेंगे तथा विद्यार्थियों में इसके प्रति समझ बढ़ेगी।
शासन के निर्देश पर राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान (एसआइएसई) ने नई शिक्षा नीति-2020 के तहत यूपी बोर्ड के कक्षा नौ और दस के छात्र-छात्राओं में विज्ञान और गणित के प्रति रुचि पैदा करने के लिए अलग-अलग प्रश्न बैंक तैयार किया है। इसको गणित व विज्ञान के अलग-अलग अध्यायों से तैयार किया गया है। कक्षा नौ के लिए विज्ञान के प्रश्न बैंक में कुल 12 तथा कक्षा 10 के लिए कुल 13 अध्यायों को सम्मिलित किया गया है। इस तरह कक्षा नौ में 840 तथा कक्षा 10 में 910 प्रश्नों का संकलन किया गया है। इसमें ज्ञानात्मक,
कौशलात्मक एवं बोधात्मक प्रकार के बहुविकल्पीय, अति लघु, लघु उत्तरीय तथा दीर्घ उत्तरीय प्रश्न रखें गए हैं।
इसके अलावा गणित के प्रश्न बैंक में कक्षा नौ के लिए 12 अध्यायों का समावेश कर 912 प्रश्न रखे गए हैं, जबकि कक्षा 10 के लिए 14 अध्यायों के समावेश के साथ 1064 प्रश्नों को संकलित किया गया है। प्रत्येक प्रकार के प्रश्नों के प्रारंभ में विद्यार्थियों में प्रश्नों को हल करने की रुचि उत्पन्न करने के लिए लर्निंग आउटक्रम के क्रम में अलग से प्रश्न दिए गए हैं। प्रश्न बैंक राष्ट्रीय शैक्षिक
अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी), राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान, विश्वविद्यालयों एवं माध्यमिक विद्यालयों के विषय विशेषज्ञों के सहयोग से राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान के निदेशक अनिल भूषण चतुर्वेदी के निर्देशन में तैयार किए गए हैं। विज्ञान का समन्वयन एसआइएसई की प्रवक्ता मंजूषा प्रश्न
गुप्ता, डा. ममता दुबे तथा शिव नारायण ने किया, जबकि गणित के बैंक का समन्वयन अरविंद कुमार गौतम ने किया। निदेशक, राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि विद्यार्थियों में विज्ञान और गणित के प्रति रुचि और सोच उत्पन्न कराया जाना समय की मांग है। इसकी अवधारणाएं विद्यार्थियों को आसानी से समझाने और पुष्ट करने के उद्देश्य से प्रश्न बैंक तैयार कराया गया है। पुस्तक प्रकाशित होने पर विद्यालयों के पुस्तकालयों में शिक्षकों व विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी।