बेसिक शिक्षा: नगर क्षेत्र में शिक्षकों का अकाल

 देवरिया

जिले में परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को शिक्षा देने के लिए विभाग के अधिकारी दम भर रहे है। वहीं नगर क्षेत्र में स्कूलों के सापेक्ष शिक्षक नहीं है। देवरिया नगर पालिका और गौरा बरहज में 28 विद्यालय है, जिसमें मात्र बीस शिक्षक तैनात है। वहीं तीन विद्यालयों में दो - दो शिक्षक तैनात है। 11 विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था शिक्षमित्र या अनुदेशक के भरोसे चल रहा है। विभाग इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जिससे नगर क्षेत्र के परिषदीय विद्यालय बदहाल हो गए है। इस पर जिले के अधिकारियों की नजर नहीं पड़ रही है। इसका असर स्कूल में देखने को मिल रहा है। जहां छात्रों की संख्या प्रतिवर्ष कम होती जा रही है।



वर्ष 2024-25 का सत्र जिले के विद्यालयों में शुरु हो गया है। परिषदीय विद्यालयों में छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए स्कूल चलो अभियान चलाया जा रह है। विभाग के आलाधिकारी ने शिक्षकों से गांव और मोहल्ले में छात्रों के सरिजन से सम्पर्क कर नामांकन कराने पर जोर दिया है। इसके लिए शिक्षक रैली निकालकर और लोगों से सम्पर्क कर छात्रों का नामांकन करा रहे है। जिले में सबसे खराब स्थिति नगर क्षेत्र है। देवरिया नगर क्षेत्र में देवरिया के साथ बरहज नगर क्षेत्र के विद्यालय आते है। देवरिया नगर क्षेत्र में 21 विद्यालय है, वहीं बरहज में 7 विद्यालय है। देवरिया के 21 विद्यालयों में मात्र 15 शिक्षक वर्तमान में तैनात है। वहीं बरहज के सात विद्यालयों में 5 शिक्षक तैनात है। इसके साथ ही नगर क्षेत्र में कुल 47 शिक्षामित्र और अनुदेशक तैनात है। कुछ वर्ष पूर्व तक नगर क्षेत्र में शिक्षकों की संख्या ठीक थी, लेकिन शिक्षकों के सेवा निवृत्त होने से काफी पद रिक्त हो गए। वहीं रिक्त पदों पर नई नियुक्ति नहीं हुआ है। इससे इन विद्यालयों में शिक्षकों का अकाल पड़ रहा है। देवरिया नगर क्षेत्र में 21 स्कूलों में से दो परिषदीय विद्यालय में दो- दो शिक्षक तैनात है। वहीं 11 स्कूलों में एक- एक शिक्षक तैनात है। जबकि आठ परिषदीय विद्यालय शिक्षा मिश्र या अनुदेशक के भरोसे चल रहा है। वहीं बरहज में सात परिषदीय विद्यालयों में 5 शिक्षक तैनात है। जिसमें एक कंपोजिट विद्यालय में दो शिक्षक तैनात है। शेष तीन विद्यालयों में एक - एक शिक्षक तैनात है। वहीं तीन परिषदीय विद्यालय शिक्षामित्रों के भरोसे चल रहा है। इसका असर शिक्षण कार्य पर पड़ रहा है। जिससे स्कूलों में छात्रों की संख्या काफी कम हो गई है।




नगर क्षेत्र में नहीं आए नए शिक्षक


बेसिक शिक्षा परिषदी द्वारा संचालित परिषदीय विद्यालयों में सबसे खराब स्थित परिषदीय विद्यालयों की है। जहां शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होने से बड़ा संकट खड़ा हो गया। नगर क्षेत्र में स्कूलों के बराबर शिक्षक भी नहीं है। शिक्षकों के अभाव में एक दर्जन स्कूल चल रहे है। इसका असर शिक्षण कार्य पर दिख रहा है। विभाग के आलाधिकारी स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती के लिए लखनऊ के अधिकारी को पत्राचार कर रहे है,इसके बाद भी शिक्षकों की तैनाती विभग द्वारा नहीं किया जा रहा है।


नगर क्षेत्र में शामिल हुए स्कूल, लेकिन नहीं हो रहा तबादला


देवरिया नगर क्षेत्र और बरहत गौरा नगर क्षेत्र में 28 विद्यालय थे। वहीं पिछले वर्षो देवरिया और बरहज नगर पालिका का सीमा विस्तार हुआ। जिससे दोनों स्थानों पर कई गांव को नगर क्षेत्र में शामिल किया गया है। सीमा विस्तार वाले गांवों को नगर क्षेत्र में जोड़ दिया जाए तो कुल 228 स्कूल हो जाएंगे। जिसमें देवरिया में 183 और बरहल गौरा के 45 स्कूल हो जाएंगे। नए स्कूलों के नगर क्षेत्र में शामिल होने से उनमें तैनात नगर क्षेत्र के शिक्षकों का आपस में तबादला हो सकेंगा। लेकिन सीमा विस्तार में आए स्कूलों के शिक्षकों का तबादला नहीं हो सकता है।



नगर क्षेत्र में शिक्षकों की कमी है। इसके लिए रिपोर्ट विभाग में भेजा गया है। सीमा विस्तार में नगर क्षेत्र में कुछ विद्यालयों की संख्या बढ़ी है। नगर क्षेत्र के स्कूलों में रिक्त पदों पर शिक्षक की मांग किया गया है।


शालिनी श्रीवास्तव, बीएसए, देवरिया।