अधर में पत्राचार विद्यालय के विद्यार्थियों का भविष्य



नई दिल्ली। दिल्ली में पत्राचार विद्यालय से पढ़ाई करने वालों का भविष्य अधर में है। पत्राचार के माध्यम से पढ़ाई करने वाले अगले साल (वर्ष 2025) के बाद सीबीएसई की परीक्षा नहीं दे सकेंगे।

दरअसल सीबीएसई ने पत्राचार विद्यालय के छात्रों के लिए परीक्षाएं आयोजित न करने का फैसला लिया है। बोर्ड इस योजना को बंद करने जा रहा है। जबकि शिक्षा निदेशालय की ओर से सीबीएसई से पत्राचार विद्यालय के लिए संबद्धता जारी रखने का अनुरोध किया


गया है। पत्राचार विद्यालय सीबीएसई से संबद्ध होते हैं। शिक्षा निदेशालय की ओर से 1968 में पत्राचार विद्यालय को स्थापित किया गया था।

यह अनौपचारिक शिक्षा के लिए एक प्रमुख संस्था है। इसकी स्थापना सामाजिक, शैक्षिक व आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी। इसमें दिल्ली में रहने वाले अभ्यर्थी ही दाखिला ले सकते हैं। ऐसे लोग जो नियमित रूप से विद्यालय जाने में असमर्थ होते हैं, वह दाखिला लेते हैं।