नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। भारत खुद का कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) सिस्टम बनाने जा रहा है। केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को कहा कि एआई सिस्टम तैयार करने के लिए भारत ने कॉमन कंप्यूट सुविधा के लिए ग्राफिक प्रोसेसिंग यूनिट (जीपीयू) तैयार कर ली है। भारत चीन के एआई डीपसीक से भी शक्तिशॉली एआई मॉडल तैयार करेगा। भारत के एआई मिशन के तहत पहले और महत्वपूर्ण पड़ाव कॉमन कंप्यूट सुविधा तैयार कर ली गई है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि बीते सप्ताह पूरी हुई इम्पैनलमेंट प्रक्रिया के परिणाम बहुत अच्छे रहे हैं। दस हजार जीपीयू लक्ष्य के मुकाबले 18,693 जीपीयू लगाए हैं। उन्होंने संभावना जताई कि अगले आठ से 10 महीने में भारत अपना एआई मॉडल तैयार कर लेगा। अब तक करीब 15 हजार हाई-एंड जीपीयू लागू किए गए हैं। यह कितनी बड़ी संख्या है, इसे कुछ इस तरह से समझा जा सकता है कि पूरा डीपसीक मॉडल सिर्फ दो हजार जीपीयू पर ट्रेंड कर रहा है। अब हमारे पास देश में ऐसी क्षमता विकसित हो गई है, जिससे कई फाउंडेशन एआई मॉडल बना सकते हैं। एआई मिशन के दूसरे स्तंभ पर काम शुरू हो गया है, एआई मॉडल के प्रस्तावों के लिए कॉल शुरू कर दिया गया।