03 June 2025

‘दो जून की रोटी’ लिख अभ्यर्थियों ने मांगी नौकरी, शिक्षक भर्ती जल्द निकालने के लिए की नारेबाजी

 

परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के बाहर डीएलएड प्रशिक्षुओं का बेमियादी धरना छठवें दिन जारी रहा। सोमवार को अभ्यर्थियों ने कोचिंग और डिजिटल लाइब्रेरी से बंदी का आह्वान करते हुए महाधरने का ऐलान किया था। दो जून की रोटी अभियान के तहत प्रदर्शन को जुटे अभ्यर्थियों ने जमकर नारेबाजी की।



कुछ अभ्यर्थियों ने रोटी पर ‘दो जून की रोटी’ लिखकर अपना विरोध जताया और नौकरी देने की मांग की। इस दौरान आयोग से बाहर निकल रहीं अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय की गाड़ी जाम में फंसने पर कुछ अभ्यर्थियों ने उनसे वार्ता की कोशिश की। अध्यक्ष ने कार के अंदर से ही अभ्यर्थियों को सकारात्मक आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार अपना काम कर रही है। भर्ती की कोई ठोस पहल न होते देख अभ्यर्थियों ने छह जून को महाआंदोलन का ऐलान किया है। प्रदर्शन करने वालों में रजत सिंह, विनोद पटेल, राहुल यादव, अभिषेक तिवारी, राम यागिक, नीरज सिंह, रोहित तिवारी, अवनीश, शमशेर, जय सिंह, अर्चना पटेल, गुड़िया, निधि, वंदना, ज्योति, राधा, मोनिका, पवन पांडेय, विशु यादव, प्रशांत तिवारी, लवकुश मौर्य, मनोज यादव, शुभम, आदर्श और बृजेश यादव आदि शामिल रहे।


अभ्यर्थी बोली, सात साल से टालनी पड़ रही प्रेग्नेंसी


प्रदर्शन में शामिल एक महिला अभ्यर्थी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में वह कहती नजर आ रही हैं कि सात साल से भर्ती का इंतजार कर रही हैं। उनका कहना है-मैं शादीशुदा हूं। हर बार मुझे अपनी प्रेग्नेंसी टालनी पड़ती है। मेरी बहुत क्रिटिकल कंडीशन है, घर में मुझे ताने मिलते हैं, सास-ससुर भी मुझे बोलते रहते हैं कि पढ़-लिखकर पता नहीं क्या कर रही है। मेरी मजबूरियों को कोई समझे। मेरी कुछ दोस्त हैं जो 29-30 साल की हो गई और उनकी शादी नहीं हुई है। इसलिए इंतजार में बैठी हुई हैं कि वैकेंसी आ जाएगी। हमारी एक ही मांग है कि आप वैकेंसी तो निकालिए, हमारे अंदर योग्यता होगी तो हम नौकरी ले लेंगे। हम लोग सात साल से इंतजार करके थक चुके हैं। हालांकि यह वीडियो तीन-चार दिन पहले का बताया जा रहा है। हिन्दुस्तान वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।


इंकलाबी नौजवान सभा ने किया समर्थन


प्रयागराज। नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग पर चल रहे आंदोलन का इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए) ने किया समर्थन है। धरनास्थल पर पहुंचे आरवाईए के प्रदेश सचिव सुनील मौर्य ने कहा कि शिक्षकों के लगभग दो लाख पद रिक्त हैं लेकिन सरकार नियुक्ति नहीं कर रही है। आज उत्तर प्रदेश का नौजवान हरियाणा, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश में नौकरी के लिए लाइन लगाने पर मजबूर है। यदि आंदोलनरत नौजवानों की मांग पूरी नहीं की गई तो आरवाईए पूरे प्रदेश में आंदोलन को मजबूती देने का काम करेगी।


अखिलेश यादव ने पोस्ट की फोटो


प्रयागराज। शिक्षा सेवा चयन आयोग के सामने हाथ में रोटी लेकर प्रदर्शन कर रही छात्रा की तस्वीर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सोमवार को अपने एक्स एकाउंट पर पोस्ट की। उन्होंने लिखा कि बेसिक शिक्षक के अभ्यर्थियों और लखनऊ के इको गार्डन में प्रदेशभर के शिक्षामित्रों के ‘दो जून को दो जून की रोटी के संघर्ष’ का प्रदर्शन सच में चिंतनीय है क्योंकि एक तरफ सात सालों से बेसिक शिक्षकों की वैकेंसी नहीं आई है और दूसरी तरफ शिक्षामित्रों को मात्र 11 महीने ही वेतन मिलता है और वो भी केवल 10 हजार प्रति माह।