यूपी के मुजफ्फरनगर में नकली एनसीईआरटी की किताबों का भंडाफोड़ हुआ है। खतौली पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर एनसीईआरटी की नकली किताबें छापकर बाजार में बेचने वाले गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया। यह गिरोह यूपी, दिल्ली, उत्तराखंड, राजस्थान, बिहार आदि राज्यों में नकली किताबों को बेचते थे। पुलिस ने डेढ़ करोड़ रुपये की एनसीईआरटी की 1.33 लाख नकली किताबें, हरियाणा में लगी दो प्रिंटिंग मशीन और लगभग सवा करोड़ का कच्चा माल और दो लग्जरी गाड़ियां बरामद की हैं। इस गिरोह का नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है। गिरोह कक्षा 9 के कक्षा 12 तक की किताबें छाप रहा था। वहीं, एडीजी मेरठ जोन भानू भास्कर ने नकली एनसीईआरटी की किताबों को पकड़ने वाली टीम को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि जनपद के खतौली क्षेत्र में एनसीईआरटी की नकली किताबें बेचने की जानकारी मुखबिर से मिली थी। गिरोह का पकड़ने के लिए खतौली पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया गया था। थाना क्षेत्र केगांव भैंसी में चार माह से विनोद के घर में गोदाम बनाया गया था। पुलिस ने गोदाम में नकली किताब लेकर दो लग्जरी कार से आ रहे सात लोगों को अलकनंदा नहर के पास से गिरफ्तार किया। उनकी निशानदेही पर गोदाम पर छापेमारी की गयी। वहां एक अन्य सदस्य को पकड़ा गया।
पानीपत व समालखा में दो प्रिंटिंग प्रेस सील
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने हरियाणा के गांव समालखा व पानीपत में दो प्रिंटिंग प्रेस लगा रखी है, जहां नकली किताबों को छापा जाता था। उसके बाद नकली किताबों को यूपी व अन्य राज्यों में सप्लाई किया जाता था। सभी बरामद किताबें कक्षा 9 से 12 तक की है। उधर पुलिस ने पानीपत जनपद के गांव समालखा में लगाई दो प्रिंटिंग मशीन बरामद कर उन्हें वहीं पर सील कर दिया है। किताबें छापने में प्रयुक्त होने वाले सवा करोड़ कीमत के सामान के साथ ही किताबों को बेचने के लिए ले जाने में प्रयुक्त 25 लाख रुपये की दो लग्जरी गाड़ी भी बरामद की हैं। गोदाम व पानीपत पुलिस की मदद से दोनों प्रिंटिंग प्रेसों को सील कर दिया गया है।
गिरोह मेरठ का, नेटवर्क कई राज्यों में फैला
एनसीईआरटी की नकली किताबों के साथ पकड़ा गया पूरा गिरोह मेरठ जनपद का रहने वाला है। इस गिरोह का नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है। इस गिरोह का नेटवर्क दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, बिहार व अन्य राज्यों में फैला हुआ है। पुलिस पकड़े गए गिरोह से पूछताछ के बाद अब स्कूलों व बुक डीलरों की भूमिका को लेकर भी जांच करेगी।
मेरठ में भी पकड़ा गया था गिरोह
एसएसपी ने बताया कि कुछ समय पूर्व एक गिरोह पहले मेरठ में पकड़ा गया था। जिसमें यहां पकड़ा गया आदिल भी शामिल था। पुलिस भैंसी में गोदाम मालिक की भूमिका का पता किया जा रहा है। आदिल किताबों का बड़ा सप्लायर है। यह गिरोह तीन साल से काम कर रहा है। इस गिरोह में मेरठ के कुछ लोग लोग जुड़े है। पुलिस उनकी जानकारी करने में जुटी हुई है। कुछ नाम प्रकाश में भी आए हैं। गिरोह ने एनसीईआरटी की किताबों की पाठय सामग्री चुराई है, इसी के चलते गिरोह के खिलाफ खतौली थाने में कॉपीराइट एक्ट में रिपोर्ट दर्ज की गयी है।