प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने हाईस्कूल के पाठ्यक्रम में बदलाव किया है। अब छह विषयों की जगह विद्यार्थियों को दस विषयों की पढ़ाई करनी होगी। नए पाठ्यक्रम में में कला शिक्षा, शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा और व्यवसायिक शिक्षा को शामिल किया गया है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद विद्यार्थियों को कला शिक्षा में चित्रकला, रंगमंच कला, गायन व वादन में से एक विषय चुनने का विकल्प देगा। शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा में नैतिक शिक्षा, योग, खेल, शारीरिक व समाजसेवा की शिक्षा को अनिवार्य किया गया है। परिषद ने इस बार त्रिभाषा फार्मूला भी लागू किया है।
विद्यार्थियों को हिंदी पढ़ना अनिवार्य होगा। साथ ही संस्कृत
और अंग्रेजी में से कोई एक भाषा विद्यार्थी चुन सकेंगे। 17 भारतीय भाषाओं में एक भाषा का अध्ययन भी विद्यार्थियों को करना होगा। गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषय भी विद्यार्थियों के लिए अनिवार्य होगा।
गृह विज्ञान, वाणिज्य, कंप्यूटर, कृषि और पर्यावरण विज्ञान विषय में एक विकल्प को चुनना होगा। व्यवसायिक के 31 विषयों में एक का चयन करना होगा। डीआईओएस ओमकार राणा ने बताया कि विषयों में बदलाव का उद्देश्य विद्यार्थियों को हर स्तर पर सक्षम बनाना है। पाठ्यक्रम में बदलाव से विद्यार्थियों को व्यवसायिक गतिविधियों की भी जानकारी होगी