लखनऊ। प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में हाल के वर्षों में व्यापक बदलाव हुए हैं। अब विद्यालय डिजिटल नवाचार, वैज्ञानिक सोच व खेलकूद के केंद्र के रूप में उभर रहे हैं। निपुण भारत मिशन से लेकर पीपीपीश्री विद्यालय, विद्या समिति केंद्र से लेकर डिजिटल स्टूडियो तक की पहल ने शिक्षा व्यवस्था में बड़े बदलाव किए हैं। सरकार की ये पहल भारत की नींव रख रही है।
सरकार की वर्ष 2026-27 तक के लिए जो पूरी कार्ययोजना और संकल्पना बनाई गई है, वह गुणवत्ता और संख्या का सुनिश्चितकर्ता है।
निपुण भारत मिशन से लेकर डिजिटल स्टूडियो जैसी पहलों ने बदल दिया माहौल
अब तक 48061 विद्यालय निपुण विद्यालय घोषित किए जा चुके हैं। 1.61 लाख शिक्षकों को टैबलेट वितरित किए गए हैं। इसमें कई केंद्र, टीएलएम, साइंस प्रयोग, संवेदीकरण, और शिक्षकों के प्रशिक्षण का कार्य किया जा चुका है। स्मार्ट क्लासरूम, लैपटॉप, प्रोजेक्टर, टिफिन, स्मार्ट टीवी तथा अन्य आधुनिक मार्गों में भी छात्रों को 25790 विद्यालयों में सुविधा दी गई है।