हनुमानगंज, फूलपुर सांसद प्रवीण पटेल ने बुधवार को संसद के शीतकालीन सत्र में शिक्षकों के टीईटी मुद्दे पर सदन का ध्यानाकर्षण कराया है। उन्होंने 2009 के पूर्व भर्ती हुए शिक्षकों को टीईटी की अनिवार्यता में छूट देते हुए सरकार से नया कानून बनाने की मांग की है। इस बाबत कई परिषदीय संगठनों ने सांसद को ज्ञापन सौंपा था।
सदन में मुद्दा उठाते हुए सांसद प्रवीण पटेल ने कहा कि लाखों शिक्षक ऐसे हैं जिनकी नियुक्ति 25-30 वर्ष पहले जब हुई थी, उस समय विज्ञापन में अथवा भर्ती अर्हता में टीईटी की शर्तें लागू नहीं थी। यदि इस कानून में संशोधन नहीं
या गया तो इन शिक्षकों के समक्ष बड़ी विपत्ति उत्पन्न होगी। शिक्षक पूरे देश में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं और सत्तापक्ष व विपक्ष के जनप्रतिनिधियों के समक्ष आवाज उठा रहे हैं। इस संदर्भ में गत दिनों आदर्श शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रुद्र प्रभाकर मिश्र, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष कामतानाथ महामंत्री राम आसरे, योगेन्द्र प्रसाद मिश्रा, मिथिलेश यादव, कृष्णमणि मिश्रा, उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार पांडेय, महामंत्री राजेंद्र कुमार अनुरागी, ब्लॉक अध्यक्ष कमलेश कुमार त्रिपाठी ने सांसद को ज्ञापन सौंपा था।

