उत्तर प्रदेश में बच्चों के कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया तीन से, मिलेगा सुरक्षा कवच

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की तीसरी लहर के संक्रमण के बढ़ते प्रसार पर योगी आदित्यनाथ सरकार बेहद गंभीर हो गई है। सरकार बच्चों के वैक्सीनेशन को अब शीर्ष वरीयता पर रख रही है। इसके तहत तीन जनवरी से 15 से 18 वर्ष के बच्चों को कोविड टीकाकरण का सुरक्षा कवर प्रदान करने की प्रक्रिया प्रारंभ की जा रही है।

योगी आदित्यनाथ सरकार बच्चों के लिए तीन जनवरी से वैक्सीनेशन का रजिस्ट्रेशन के साथ स्लाट बुकिंग शुरू करेगी। इसके साथ ही दस जनवरी से कोरोना वॉरियर्स, हेल्थकेयर व फ्रंट लाइन वर्कर्स तथा 60 वर्ष से ऊपर की आयु के को-मॉर्बीडिटी वाले नागरिकों को प्री-कॉशन डोज दी जाएगी। सीएम योगी आदित्यनाथ का निर्देश है कि इसके दृष्टिगत वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। जिम्मेदार अधिकारी केन्द्र सरकार से सतत संपर्क में रहें। कोविड टीकाकरण में उत्तर प्रदेश ने अब तक शानदार कार्य किया है। यह क्रम आगे भी जारी रहे, इसके लिए सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं। किशोरों के टीकाकरण के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाए।







कोरोना वैक्सीन ही सुरक्षा कवच

प्रदेश सरकार का मानना है कि कोरोना वायरस संक्रमण में वैक्सीन सुरक्षा कवच है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश है कि अब तक जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाया है, उन्हें जल्द से जल्द टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया जाए। जिन लोगों को टीके की दूसरी डोज दी जानी है, उन्हें शीघ्र ही यह डोज लगायी जाए। टीका लगाने के लिए आमजन से सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से भी संपर्क किया जाए।


20 करोड़ से अधिक का टीकाकरण

प्रदेश में 20 करोड़ 14 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण और नौ करोड़ 31 लाख से अधिक टेस्टिंग करके उत्तर प्रदेश टेस्टिंग और टीकाकरण देश में प्रथम स्थान पर है। यहां 07 करोड़ 34 लाख से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड का सुरक्षा कवर प्रदान कर दिया गया है। 12 करोड़ 80 लाख लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है। इस प्रकार टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी में लगभग 87 फीसदी को पहली और 49.80 फीसदी लोगों को दोनों डोज मिल चुकी है। वैक्सीनेशन को और तेज करने की जरूरत है।