बड़ौत। दो साल बाद आखिरकार सोमवार को आंगनबाड़ी केंद्र फिल से गुलजार हो गए हैं। लंबे समय के बाद यहां बच्चों की किलकारी गूंजी। पहले दिन बच्चों को स्वास्थ्य जांच, शिक्षा, टीकाकरण और पोषण की सुविधा प्राप्त हुई। वहीं, बड़ौत व बिनौली में तैनात सीडीपीओ ने निरीक्षण करके केंद्रों का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कोविड-19 के नियमों का पालन करने के लिए निर्देशित किया।
सीडीपीओ छपरौली जानकी देवी व बड़ौत सीडीपीओ सारधा देवी ने बताया कि बीते दो वर्ष में कोरोना की तीन लहर आने की वजह से परिषदीय स्कूलों के बंद होने के शेडयूल के अनुसार ही आंगनबाड़ी केंद्रों को भी बार-बार बंद किया गया। तीसरी लहर नियंत्रित होने के बाद बाल विकास विभाग के निदेशक द्वारा जारी निर्देश के पालन में आंगनबाड़ी केंद्र खोले गए हैं। ये बीते नवंबर से पूर्ण रूप से बंद थे। बताया कि सोमवार सुबह से जनपद के सभी आंगनबाड़ी केंद्र खोल दिए गए हैं। इन पर तीन से छह वर्ष की आयु के पंजीकृत बच्चों को किताबों की किट पहले ही उपलब्ध करा दी गई है। आंगनबाड़ी वर्कर को निर्देश दिए कि वे पंजीकृत बच्चों को प्री प्राइमरी शिक्षा देना शुरू करें। पहले दिन कई केंद्रों पर आंगनबाड़ी ने बच्चों को योगाभ्यास कराया।
वहीं, शासन के निर्देश पर फिर से आंगनबाड़ी केंद्र खोल दिए गए हैं। आंगनबाड़ी सेविकाओं तथा सहायिकाओं तथा केंद्र पर आने वाले अभिभावकों द्वारा मास्क के इस्तेमाल आवश्यक रूप से सुनिश्चित करने तथा कोरोना संक्रमण की पहचान, इलाज और रोकथाम के निर्देश आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दिए हैं।