लेटलतीफ 50 शिक्षकों को इस माह का वेतन नहीं

गोंडा। समय से स्कूल न पहुंचने और शिक्षण कार्य में लापरवाह 50 शिक्षकों पर शिक्षा विभाग का डंडा चला है। बीएसए ने इनका वेतन रोकने का आदेश दिया है। इन शिक्षकों को एक माह का वेतन नहीं मिलेगा। इस बीच चेतावनी के बाद न सुधरने पर तरबगंज के जमथा प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक शिवकुमार सिंह की वेतन वृद्धि रोक दी गई है। वह बिना सूचना के ही लंबे समय से स्कूल से गायब थे। बीएसए डॉ. अखिलेश प्रताप सिंह ने शिक्षकों से शिक्षण कार्य पूरी निष्ठा से करने की अपील किया है। चेतावनी दिया है कि लापरवाही मिली तो कड़ी कार्रवाई होगी।


समय से स्कूल पहुंचने के मामले लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए बीएसए ने शुक्रवार को बीईओ से रिपोर्ट तलब की। एक दर्जन स्कूलों की जांच उन्होंने खुद भी की। बीएसए ने बताया कि तरबगंज के जमथा प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक शिवकुमार सिंह अपने काम में सुधार नहीं ला रहे हैं। अवकाश स्वीकृत हुए बिना ही वह स्कूल से नदारद रहे। इसके साथ ही वह स्कूल में वह गलत भाषा का प्रयोग करते हैं। इस कारण इस कारण उनकी वेतन वृद्धि रोक दी गई है। साथ ही उनके पूर्व की कार्रवाईयों की रिपोर्ट भी तैयार कराई जा रही है। इसके अलावा वजीरगंज, तरबगंज, परसपुर, करनैलगंज, मुजेहना समेत कई 11 ब्लॉकों में समय से स्कूल न पहुंचने वाले 50 से अधिक शिक्षकों का वेतन रोकने का आदेश दिया गया है। इन सभी शिक्षकों को एक माह का वेतन नहीं मिलेगा।

इस बीच पूर्व में सेवा से बर्खास्त किए जा चुके 56 शिक्षकों से वेतन के तीन करोड़ से अधिक की धनराशि भी वसूली करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। बीएसए ने कहा कि रिकवरी न जमा करने वालों की सूची तैयार कराई जा रही है। रिकवरी के लिए राजस्व विभाग की टीम को उनके निवास के पते पर भेजा जाएगा। जिससे राजस्व विभाग वसूली कर सके। बीएसए के कड़े तेवर से विभाग में खलबली मची है।
एक साथ दो सौ से अधिक स्कूलों की जांच करेंगे अफसर
बीएसए ने स्कूली शिक्षा को बेहतर बनाने की रणनीति तैयार की है। 20 अधिकारियों की टीम तैयार की है। जिसमें विभाग के सभी जिला समन्वयकों और सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को शामिल किया है। जिन्हें सुबह ही ब्लॉक की जानकारी दी जाएगी और वह सभी लोग एक साथ स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। बीएसए ने कहा कि अभी वह रणनीति का खुलासा नहीं करेंगे लेकिन, शैक्षिक सुधार के लिए बड़े स्तर पर अभियान शुरू कर रहे हैं। एक-एक अधिकारी कम से कम दस- दस स्कूलों की जांच करेंगे। खुद वह भी स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। जिसमें लापरवाह शिक्षकों को चिह्लित कर कार्रवाई की जाएगी।
210 शिक्षकों के जवाब पर भी हो रहा मंथन
सरकार की तरफ से शिक्षकों को सौंपी जाने वाली ड्यूटी समय से न करने वाले शिक्षकों से भी जवाब मांगा गया था। अब इनकी ओर से दिए गये जवाब अधिकारियों के स्तर पर मंथन किया जा रहा है। इस तरह के करीब 210 शिक्षक जांच के दायरे में हैं। बीएसए ने कहा कि जिन शिक्षकों का जवाब संतोषजनक नहीं होगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी को भी लापरवाही बरतने की अनुमति कतई नहीं दी जाएगी। सभी दोषी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
स्कूलों में शिक्षण कार्य में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिक्षकों के कामकाज की लगातार जांच कराई जा रही है। कई शिक्षकों की जांच हुई है। लापरवाह शिक्षकों को अब वेतन नहीं मिलेगा। डॉ. अखिलेश प्रताप सिंह, बीएसए