स्कूल चलो अभियान के तहत जिले ने नवीन नामांकन के निर्धारित लक्ष्य की तुलना में शत-प्रतिशत नामांकन कर प्रदेश में छठवां स्थान प्राप्त किया है। इस अभियान में जिले में नगर क्षेत्र जहां सबसे आगे रहा वहीं भांवरकोल विकासखंड फिसड्डी साबित हुआ। सोलह विकासखंड एवं एक नगर क्षेत्र में नौ ब्लाकों में निर्धारित लक्ष्य से ज्यादा बच्चों का नामांकन किया गया। वहीं जिन विद्यालयों में नवीन नामांकन दस से कम पाया गया है बीएसए ने वहां के सभी स्टाफ का वेतन लक्ष्य प्राप्त करने तक अवरुद्ध कर दिया है। ऐसे करीब सवा सौ विद्यालय हैं।
शासन की ओर से स्कूल चलो अभियान के तहत जिले को 62389 बच्चों के नामांकन का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इसको लेकर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी हेमंत राव के नेतृत्व में शिक्षकों की ओर से विशेष योगदान किया गया। इस दौरान कई जगहों पर आयोजित नामांकन मेला एवं प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों की तरफ से भी अभिभावकों को अपने बच्चों का दाखिला परिषदीय विद्यालयों में कराने के लिए प्रेरित किया गया था। विगत सत्र में जिले में दो लाख 89 हजार 900 बच्चे नामांकित थे। इसके सापेक्ष शैक्षिक सत्र 2022-23 में कुल नामांकन का लक्ष्य तीन लाख 52 हजार 289 निर्धारित किया गया था। इस तरह से गाजीपुर को 62389 नवीन बच्चों के नामांकन का लक्ष्य दिया गया था। इसकी तुलना में 30 अप्रैल तक जिले में 62671 यानी 100.45 फीसदी बच्चों का नामांकन कराया गया। इसमें सबसे ज्यादा नगर क्षेत्र में तो भांवरकोल ब्लाक क्षेत्र में सबसे कम बच्चों का नामांकन हुआ है। बाराचवर में 89.50, भांवरकोल 69.47, भदौरा 114.98, बिरनो 135.57, देवकली 121.88, करंडा 111.34, कासिमाबाद 95.63 तथा मुहम्मदाबाद ब्लाक क्षेत्र में 83.14 प्रतिशत बच्चों का नामांकन कराया गया है। इसके अलावा मनिहारी 110.14, मरदह 113.75, रेवतीपुर 109.28, सदर 78.75, सादात 105.11, सैदपुर 91.01, जखनिया 93.27, जमानिया 89.99 तथा नगर क्षेत्र में 166.81 फीसदी बच्चों का निर्धारित लक्ष्य की तुलना में नामांकन किया गया।
सभी खंड शिक्षाधिकारियों को अभियान 15 मई तक चलाते हुए नवीन नामांकन को लक्ष्य के सापेक्ष सवा सौ प्रतिशत करने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए सघन कार्यक्रम चलाने के साथ ही अभियान की मानिटरिंग भी की जाएग।
- हेमंत राव, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी