हमेशा शिक्षक को दोषी बनाया जाता है, हेडमास्टर ने प्रधान से कहा था, गेट का पिलर है क्षतिग्रस्त


 कुंडा कोतवाली क्षेत्र गांव में 18 मई सुबह प्राथमिक विद्यालय का गेट पकड़कर झूलते समय विद्यालय में पढ़ने वाली कक्षा तीन की छात्रा बंदना पुत्री अशोक सरोज की गेट का पिलर गिरने से मौत हो गई थी। मामले में विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरबिंद पाठक ने पूर्व प्रधान नन्‍्के बेलौरा से बातचीत के दौरान बताया कि वर्तमान प्रधान द्वारा छह माह पूर्व विद्यालय में मिट॒टी डलबाने का काम किया जा रहा था। रात में मिट्टी ले जाते समय ही गेट क्षतिग्रस्त हो गया था। इस पर हेडमास्टर अरबिंद पाठक ने गांव के प्रधान मनोरमा देबी पाल से गेट क्षतिग्रस्त होने की बात कहते हुए उसे बनवाने को कहा था। प्रधान ने क्षतिग्रस्त हुए गेट को नए सिरे से न बनवाकर उसे उसी



हाल में प्लास्टर कराकर रंग रोगन कर छोड़ दिया था। अगर प्रधान ने हेडमास्टर की शिकायत कोगंभीरता से लिया होता और गेट की मरम्मत कराई होती तो आज बंदना की जान न जाती।