विद्यालयों में प्रतिदिन ध्यान, योग, प्राणायाम कराना होगा अनिवार्य तथा बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के लिए होंगे शतरंज और पहेली जैसे खेल

बिजनौर। माध्यमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के लिए खेल होंगे। रोजाना प्राणायाम, ध्यान और योग कराना अनिवार्य होगा। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विद्यार्थी सामूहिक रूप से योग का प्रदर्शन करेंगे।





शासन ने विद्यार्थियों को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रखने की हिदायते जारी की है। जो यूपी बोर्ड के 387, सीबीएसई के 112 समेत आईसीएसई, तकनीकी कॉलेजों में लागू होगी। डीआईओएस राजेश कुमार ने बताया कि विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के लिए शतरंज, पहेली आदि खेल नियमित कराए जाएंगे। बताया कि प्रार्थना के समय हाथ का व्यायाम कराए जाएं। फिट इंडिया के अंतर्गत विद्यालयों में प्रत्येक दिवस प्राणायाम, ध्यान, योग आदि कार्यक्रम होने हैं। निर्देश दिए हैं कि देशभक्ति के गीतों पर योग कराया जाए। विद्यार्थियों को एनसीईआरटी की योग प्रश्नोत्तरी व योग ओलंपियाड में आवश्यक रूप से प्रतिभाग कराया जाए। आयु के अनुसार योग गतिविधियां हो डीआईओएस राजेश कुमार ने बताया कि विद्यालयों को मई से निर्देश का पालन करना जरूरी है। विद्यार्थियों की जून में भी योग कक्षाएं चलेंगी 21 जून को आठवा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है। विद्यालयों को उस दिन योग का प्रदर्शन करना है।

विद्यार्थियों को कराया योगाभ्यास, योग को दिनचर्या बनाने पर जोर

 

नजीबाबाद गायत्री शक्तिपीठ में क्षेत्रीय लोगों और विद्यार्थियों को कराया गया। डॉ. दीपक कुमार ने प्रशिक्षणार्थियों से योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की अपील की। शांतिकुंज के जोनल कार्यालय - गायत्री शक्तिपीठ नजीबाबाद में डॉ. दीपक कुमार के नेतृत्व में कार्यालय में नागरिकों, विद्यार्थियों के लिए निशुल्क योग प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। शिविर में योग प्रशिक्षक बलवीर सिंह ने लोगों को योग कराया। उन्होंने कहा कि योग से शरीर को बलशाली और निरोगी बनाया जा सकता है योग शिविर में अशोक कुमार, सुमन वर्मा, जितेंद्र सिंह, विक्रम सिंह, संजीव, शशि, तेसराम, सुरेश आदि मौजूद रहे।