शिक्षामित्रों का किया गया नियम विरुद्ध तबादला,ग्रामीण कैडर से नगर में नहीं हो सकता शिक्षामित्रों का स्थानांतरण
पीलीभीत: जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जनपद के तीन शिक्षामित्रों पर भेदभाव पूर्ण व नियम विरुद्ध कार्रवाई कर दी है। अब तीनों शिक्षामित्र कई दिन से बीएसए कार्यालय के चक्कर काट रहे है जिसमें एक विधवा भी है।
बीएसए ने 19 अप्रैल को प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय पकड़िया नौगांवा का निरीक्षण किया हैं।निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय गया है। निरीक्षण में सात शिक्षामित्र गायब मिले।शेष चार शिक्षामित्रों से मिलीभगत कर उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। नियमों के मुताबिक शिक्षामित्र का तबादला बिना डीएम की अनुमति के नहीं हो सकता लेकिन बीएसए ने अनुमति नहीं ली।
तबादले में भी ग्रामीण कैडर के शिक्षामित्रों को शहर में भेज दिया जोकि नियमविरुद्ध है। इसी तरह वेषी सात में से केवल तीन पर कार्रवाई करके भेदभाव किया गया। बताया जा रहा है कि उसी समय उच्च प्राथमिक विद्यालय पकड़िया नौगवाँ में भी स्टाफ गायब मिला लेकिन वह सूचना छिपा ली गई। निरीक्षण आख्या नियमित बाबू से तैयार न कराकर दूसरे बाबू से तैयार कराई गई जोकि संदेहास्पद हैं।
ग्रामीण कैडर से नगर में नहीं हो सकता स्थानांतरण
नियम के मुताबिक शिक्षामित्र का तबादला जिलाधिकारी की अनुमति के बिना नहीं हो सकता स्थानांतरित किया गया है। है। इसके बाद भी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अपने स्तर से आदेश निर्गत कर दिया है।ग्रामीण कैडर में कार्यरत शिक्षामित्रों को नगर कैडर में स्थानांतरित करने का कोई नियम नहीं है। इसके बाद भी तीनों शिक्षामित्रों को नगर क्षेत्र के विद्यालयों में स्थानांतरित अधिकारियों ने संवेदना नहीं दिखाई। कर दिया गया है। शिक्षामित्र बबली कुछ चहेते राधुओं पर मेहथान को प्राथमिक विद्यालय कुर्मी क्षत्रिय अनीता रानी को प्राथमिक विद्यालय न्यू पकड़िया, रामगोपाल शर्मा को प्राथमिक विद्यालय देशनगर में स्थानांतरित किया गया है।
कुछ चहेते बहुओं पर मेहरबान अधिकारी
अधिकारी बीएसए कार्यालय में कागजों पर कार्य विभाजन होने के बावजूद सारा कामकाज दो-तीन बाबुओं के हाथ में है। इसी कारण आवंटित कामकाज से अलग हटकर मलाइंदर काम कुछ चहते बाबुओं से कराया जाता है।
कई शिकायतें जिलाधिकारी को प्राप्त हुई हैं। हाल ही में पटल बदले गए हैं
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने क्या कहा जानें
शिक्षामित्रों का तबादला नहीं किया गया है। इस शिक्षामित्रों को पढ़ाने के लिए दूसरे विद्यालय में भेजा गया है।
चंद्रकेश सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी, पीलीभीत