बेसिक स्कूलों की निगरानी में नाकाम हो रहे खंड शिक्षा अधिकारी

गोण्डा, ब्लॉकों में खण्ड शिक्षा अधिकारियों का काम निरीक्षण, अनुपस्थिति और फिर इसके मैनेजमेंट तक सीमित होकर रह गया है। प्रशिक्षणों में खण्ड शिक्षा अधिकारियों की सहभागिता भी होना संभव नहीं होता। बेसिक स्कूलों के शिक्षण गुणवत्ता में सुधार नहीं आया है। ऐसे में निपुण लक्ष्य को प्राप्त करने में स्कूल फिसड्डी साबित हो रहे हैं। महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने खण्ड शिक्षा अधिकारियों के शिक्षण निगरानी की व्यवस्था से असंतोष जाहिर करते हुए शिक्षण की गुणवत्ता सुधारने की जिम्मेदारी डायट के मेंटर को सौंपी है।


महानिदेशक ने पत्र जारी करते हुए कहा है कि खण्ड शिक्षा अधिकारियों द्वारा नियमित निरीक्षण के दौरान अकादमिक यानी पढ़ाई से जुड़े बिंदुओं पर चर्चा नहीं की जा रही है। जिसपर महानिदेशक ने गुणवत्तासुधार व निपुण लक्ष्य हासिल करने के लिए मौजूद व्यवस्था के समानान्तर डायट के प्रवक्ताओं के नेतृत्व में मूल्यांकन प्रकोष्ठ के गठन का निर्देश दिया है। जिसमें महानिदेशक ने ऑनलाइन डिजिटल माध्यमों से कक्षा कक्ष में हो रही शैक्षिक गतिविधियों की मानीटरिंग के निर्देश दिए हैं।


डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में काम करेगा मूल्यांकन प्रकोष्ठ : मूल्यांकन प्रकोष्ठ में डायट प्राचार्य के साथ डायट के वरिष्ठ प्रवक्ता व दो अन्य प्रवक्ता जिनमें एक महिला एवं एक पुरुष के साथ एक तकनीकी सहायक भी होगा। प्रकोष्ठ जिले के सभी परिषदीय, बेसिक जूनियर व कस्तूरबा बालिका विद्यालयों में रैंडम आधार पर कम से कम दस विद्यालयों को वीडियो कॉल, वायस कॉल से ऑनलाइन निगरानी करेगी।

डायट प्रशिक्षुओं पर शिक्षक संगठन ने जताया रोष : कायाकल्प कार्यो की निगरानी के लिए लगाए गए डायट के प्रशिक्षुओं के कार्यशैली पर शिक्षक नेताओं ने विरोध जताया है। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विनय तिवारी ने कहा कि प्रशिक्षु शिक्षकों को व्हाट्सएप कालिंग करते हैं। जो बिल्कुल भी उचित नहीं है।

अनुपस्थिति व इसकी कार्यवाही के निस्तारण में चला जाता है पूरा दिन : शिक्षकों को अनुपस्थित करने के बाद इसके निस्तारण के लिए प्रार्थना पत्रों को निस्तारण करने में ही खण्ड शिक्षा अधिकारियों का पूरा समय खत्म हो जा रहा है इस कारण से शिक्षण गुणवत्ता में सुधार के लिए काम नहीं हो पाता है। लड़ाई झगड़ों को निपटाने में भी खण्ड शिक्षा अधिकारियों का तमाम समय बर्बाद जा रहा है। मौजूदा समय में सभी ब्लॉक के कुछ स्कूलों के शिक्षकों के बीच रार ठनी हुई है।