परिषदीय शिक्षकों के शिक्षण कार्य की तकनीकि आधारित होगी निगरानी

कानपुर देहात,, परिषदीय स्कूलों में शिक्षण कार्य में लापरवाही और शिक्षकों की मनमानी अब नहीं चलेगी। विभाग ने मूल्यांकन प्रकोष्ठ गठित किया है। प्रकोष्ठ में नामित पांच सदस्य प्रतिदिन कम से कम दस स्कूलों को वीडियो व वॉयस कॉल करेंगे। वीडियो कॉल के जरिए शिक्षकों की उपस्थिति,शिक्षण कार्य समेत अन्य जानकारी का ऑनलाइन अनुश्रवण कर निर्धारित प्रारूप पर अपनी रिपोर्ट देंगे।


बेसिक शिक्षा विभाग जिले में संचालित 1926 परिषदीय स्कूलों को अवस्थापना सुविधा से लैस करने के साथ ही हाईटेक विधि से शिक्षण कार्य करने की कोशिश में जुटा है। बीएसए ने बताया कि विभाग ने निपुण लक्ष्य पूरा करने के लिए स्कूलों का औचक ऑनलाइन निरीक्षण करने की योजना बनाई है। शिक्षकों की लापरवाही पर अंकुश लगाने के लिए डायट प्राचार्य की निगरानी में दो वरिष्ठ प्रवक्ता व तकनीकी सहायक की संयुक्त टीम गठित की गई है। यह टीम कम से कम दस स्कूलों का वीडियो व वॉयस कॉल के जरिए निरीक्षण करेंगे। वीडियो व वॉयस कॉल पर शिक्षकों की उपस्थिति,समय सारिणी के अनुसार कौन सा विषय पढ़ाया जा रहा है, संदर्शिका, निर्देशिका, टीएलएम प्रयोग की स्थिति,गणित व विज्ञान किट प्रयोग की स्थिति, निपुण भारत योजना की स्थिति व उपस्थित छात्र की संख्या समेत निर्धारित 20 बिंदुओं की जांच कर रिपोर्ट बीएसए को देंगे। इतना ही नहीं एसआरपी व एआरपी की ओर से सहयोगात्मक पर्यवेक्षण व सहयोग की निगरानी तथा अनुश्रवण किया जाएगा। विभाग की ओर से स्कूल आने वाले शिक्षकों की मनमानी पर रोक लगेगी। साथ ही शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगा। शासन से मिले निर्देशों को कड़ाई से पालन हो, इसके लिए सभी प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों को निर्देश जारी किए गए हैं।