परिषदीय विद्यालयों को चाक चौबंद करने के लिए मिशन कायाकल्प चलाया जा रहा है ताकि वहां आवश्यक भौतिक संसाधन उपलब्ध हो सके और छात्रों का नामांकन व उपस्थिति बढ़ सके।
फूलपुर विकास खंड के तीन ऐसे उच्च प्राथमिक विद्यालय कुतुबपट्टी, सलमापुर व मैलवन है जहां छात्र संख्या भी पर्याप्त है लेकिन इनका भविष्य तब अंधकारमय दिख जाता है जब यह ज्ञात होता है इन विद्यालयों में सिर्फ एक एक ही शिक्षक है। अब वे अकेले शिक्षक कितने विषयों और कितने कक्षाओं को कैसे पढ़ाएं जबकि उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विषयवार शिक्षक होते हैं।
उस पर भी इन शिक्षकों को प्रधानाध्यापक का भी दायित्व निभाना पड़ता है जिसमें अनेकों अभिलेख बनाने पड़ते हैं। एकल अध्यापक वाले विद्यालयों को कब अन्य शिक्षक मिलेंगे यह भी तय नहीं हो पा रहा है।
उस पर भी इन शिक्षकों को प्रधानाध्यापक का भी दायित्व निभाना पड़ता है जिसमें अनेकों अभिलेख बनाने पड़ते हैं। एकल अध्यापक वाले विद्यालयों को कब अन्य शिक्षक मिलेंगे यह भी तय नहीं हो पा रहा है।