मुसीबत बना जलभराव, जूते हाथ में लेकर स्कूल जाते हैं छात्र

 

ईट रखकर निकलते हैं छात्र और शिक्षक, लंबे समय से चली आ रही समस्या, अब तक हल नहीं हुई



 उन्नाव शहर के मोहल्ला बाबूगंज और उसके आसपास को मोहल्लों में सरकारी और निजी सहित दर्जन भर स्कूल हैं। इनमें हजारों बच्चे पढ़ते हैं। स्कूलों को जाने वाले मुख्य मार्ग पर महीनों से भरा पानी और गंदगी नौनिहालों के लिए मुसीबत बना हुआ है।





बच्चे जूते उतार कर जलभराव पार करते हैं। इसके बाद स्कूल पहुंचकर जूते पहनते हैं। कीचड़ और गंदगी के बीच रोजाना आवागमन से स्कूल से लौटकर नहाते हैं। अभिभावक बताते हैं कि रोजाना गंदगी के बीच से आवागमन करने से बच्चे अक्सर बीमार होते हैं। कई बार शिकायत की लेकिन नगर पालिका के अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया।



बाबूगंज कंपोजिट विद्यालय के बाहर फैली गंदगी और जलभराव बच्चों के लिए आफत बना है। स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को आवागमन के लिए ईंटें रखने पड़े हैं। छात्र उन्हीं के ऊपर से लड़खड़ाते हुए आते-जाते हैं। स्कूल शिक्षिकाएं छात्रों के आते और छुट्टी में जाने के दौरान स्कूल के बाहर खड़ी होती हैं और बच्चों को आने-जाने में मदद करती हैं।



शिक्षकों का कहना है कि मुसीबत बना जलभराव छात्रों की सेहत और सुरक्षा दोनों के लिए खतरा बना है। शिक्षक बताते हैं कि इसी समस्या की वजह से बच्चे स्कूल भी कम आते हैं।