शिक्षक की हत्या कर भाग रहा डकैत मुठभेड़ में ढेर


मीरानपुर कटरा (शाहजहांपुर ) : मीरानपुर कटरा में डकैती और शिक्षक की हत्या का एक आरोपित 15 घंटे के अंदर मार दिया गया। मंगलवार तड़के चार बजे डकैती के दौरान आरोपित शहबाज को शिक्षक के स्वजन ने पकड़कर पुलिस को सौंपा था।





शाम सात बजे कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाते समय बतलइया गांव के पास उसने दारोगा हितेश तोमर की पिस्टल छीनी और फायरिंग कर भागने लगा। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें वह ढेर हो गया। दूसरे आरोपित शहरोज के भी घायल होने की चर्चा रही, हालांकि पुलिस ने इससे इन्कार किया।


इससे पहले डकैती से आक्रोशित लोगों ने लखनऊ- दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया। वे लोग आरोपितों के घरों पर बुलडोजर ( बैकहो लोडर ) चलवाने की मांग कर रहे हैं। मुठभेड़ के बाद का वीडियो दिखाने के बाद रात 11 बजे जाम खुल सका। प्रकरण में शिक्षक के पिता ने दो को नामजद करते हुए आठ अज्ञात पर डकैती, हत्या, हत्या के प्रयास की धारा में प्राथमिकी लिखाई है।

मीरानपुर कटरा के बाजार मुहल्ला में रहने वाले आलोक गुप्ता तिलहर के सन इंस्टीट्यूट में शिक्षक थे। उनके व्यापारी पिता सुधीर गुप्ता ने बताया कि मंगलवार तड़के चार बजे आठ-दस डकैत दीवार कूदकर घर में घुस आए। वे सभी

आलोक के कमरे की अलमारियां तोड़ रहे थे। इतने में आलोक व उनकी पत्नी सोनम उर्फ खुशबू की आंख खुल गई। उन्होंने विरोध किया तो डकैतों ने उन पर भी चाकू से कई प्रहार किए। चार वर्ष की बेटी अवंतिका, तीन वर्षीय बेटे लालू भी घायल हो गए। सभी की चीख पुकार सुनकर अन्य स्वजन जाग गए। सुधीर के अनुसार, छोटे बेटे कपड़ा से छुट्टी दे दी गई।


व्यापारी प्रशांत के साथ आलोक के कमरे में गए तो डकैत उन पर भी हमलावर हो गए। हाथ-पैर में चाकू के प्रहार से घाव होने के बावजूद आरोपित शहबाज को पकड़ लिया इस बीच उसके अन्य साथी फरार हो गए। इस बीच मुहल्ले की भीड़ एकत्र हो चुकी थी, सभी ने शहबाज को पीटकर पुलिस के हवाले कर दिया। आलोक के पेट में चाकू के गहरे घाव थे। उन्हें व सभी स्वजन को तुरंत बरेली के सिद्धि विनायक अस्पताल भेजा, वहां चिकित्सकों ने आलोक को मृत घोषित कर दिया। अन्य स्वजन को शाम को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.

हत्याकांड में भी आ चुका आरोपितों का नाम: पुलिस के अनुसार, शहबाज ई रिक्शा चालक था । उससे पूछताछ के आधार पर दूसरे आरोपित शहरोज को भी पकड़ा गया। वह बाल कटिंग का काम करता है। दोनों बाजार मुहल्ला से दो किमी दूर सराय मुहल्ला में रहते हैं। 23 जनवरी को सपा के पूर्व नगर अध्यक्ष सरताज खां की हत्या में शहरोज का नाम आया था। इस आधार पर पूछताछ हुई मगर, साक्ष्य नहीं मिल सके। उस हत्याकांड का अभी तक राजफाश नहीं हो सका है। पुलिस के अनुसार, 15 वर्ष पहले आलोक के एक अन्य भाई अतुल की लाश रेलवे लाइन के पास मिली थी। उनकी हत्या का आरोप लगा था मगर, जांच में पुष्टि नहीं हुई। आलोक डिग्री कालेज में शिक्षक थे। उनके पिता और भाई प्रशांत कारोबारी हैं।