शिक्षकों के वेतन की चर्चा तो समाज में बहुत होती है पर क्या इस बात पर भी कोई चर्चा करेगा कि क्या उन्हें दिया नही गया जो आमतौर पर अन्य विभागों के कर्मचारियों को दिया जाता है..


शिक्षकों के वेतन की चर्चा तो समाज में बहुत होती है पर क्या इस बात पर भी कोई चर्चा करेगा कि क्या उन्हें दिया नही गया जो आमतौर पर अन्य विभागों के कर्मचारियों को दिया जाता है..

*राष्ट्रीय त्योहारों एवम जयंतियों में स्कूल तो खुलवा दिए पर किसी कार्यक्रम के लिए आर्थिक खर्च का बजट दिया नही 

*खेल के सामान के लिए बजट दिया पर रोज फील्ड मेंटीनेंस के लिए बजट दिया नही 

*सूचनाएं तो पोर्टल पर मांगी पर मोबाइल/टैबलेट/सिम और डाटा दिया नही 

*सूचनाओं की हार्डकॉपी तो मांगी पर उनका रिकॉर्ड बनाने के लिए क्लर्क दिया नही

*सूचनाओं की हार्डकॉपी मांगी पर उन्हें पहुंचाने के लिए पत्र वाहक , समय एवम कन्वेंस खर्च कुछ दिया नही 

*संकुल / बीआरसी/बीएसए कार्यालय/ डाइट पर बैठक एवं शिक्षकों की प्रतियोगिताएं तो कराएं पर कन्वेंस का पैसा दिया नही 

*एनपीआरसी/ ब्लॉक/जनपद स्तर पर स्पोर्ट्स तो कराए पर छात्रों को इन प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग की तैयारी हेतु ड्रेस/पोशाक/वाद्ययंत्र / आने जाने का यात्रा खर्च दिया नही ..

*स्कूलों की छुट्टी के बाद भौतिक संपत्ति की सुरक्षा या विद्यालय समय में असामाजिक तत्वों से सुरक्षा हेतु सुरक्षा गार्ड दिया नही

* विद्यालय में गैर शैक्षणिक कार्य (पानी पिलाने , फर्नीचर साफ करने तक ) के लिए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी दिया नही

*शौचालय आदि की सफाई हेतु सफाई कर्मी दिया नही

*शिक्षक एवं उसके परिवार को निशुल्क चिकित्सा सुविधा दी नही 

* मृत्यु पर सामूहिक बीमा की सुविधा दी नही 

* मृतक आश्रित को समकक्ष या एक स्तर नीचे के सेवायोजन की सुविधा दी नही

* द्वितीय व चतुर्थ शनिवार की छुट्टी दी नही 

*30 अर्जित अवकाश दिए नही 

*आकस्मिक अवकाश दिए पर कलंदर वर्ष के अंदर उपयोग न किए गए अवकाश अर्जित अवकाशों की तरह जरूरत हेतु संचित करने की सुविधा दी नही 

*अत्यंत आवश्यकता होने पर आधे दिन का आकस्मिक अवकाश लेने की सुविधा दी नही  

*किसी भी वर्ष के 52 रविवार परिवार के साथ बिता सके ऐसा अवसर दिया नही 

*ग्रीष्म अवकाश में जिले के बाहर छुट्टियां या पारिवारिक कार्यक्रम पूर्व में तय कर सके ऐसा अवसर मुख्यालय न छोड़ने के आदेश से, दिया नही 

*बीएलओ और पल्स पोलियों ड्यूटियो ने स्कूल की अवधि के बाद के परिवार के साथ समय बिताने का अवसर दिया नही

* मानसिक स्वस्थता हेतु आवश्यक, एलटीसी जैसी सुविधा दी नही

* कन्वेंस अलाउंस दिया नही 

*8 और 16 वर्ष में सुनिश्चित कैरियर उन्नयन दिया नही 

*व्यक्तिगत या पारिवारिक कारण से प्रमोशन न ले पाने की विवशता में 12 और 22 साल की सेवा पर चयन और प्रोन्नति वेतन मान के नाम की राहत भी दी नही 

*उच्च शिक्षा पर अतिरिक्त वेतन वृद्धि दी नही 

*किसी विभागीय परीक्षा के माध्यम से अगले स्तरों पर पदोन्नति प्राप्त करने का अवसर दिया नही 

*आए दिन स्वास्थ्य / राशन /निर्वाचन/ पंचायत के आंकड़े एकत्र करने हेतु घर घर सर्वे का कार्य करा कर समाज में शिक्षक की गरिमा के अनुरूप सम्मान दिया नही


साभार

प्रवीण त्रिवेदी