सम्मानित शिक्षक भाइयों और बहनों! बदायूं धरने में आज क्या हुआ और आगे की रणनीति

 

सम्मानित शिक्षक भाइयों और बहनों!

           मनबढ और बडबोली जिला बेसिक शिक्षाधिकारी बदायूं की तानाशाही के खिलाफ अपनी दो मांगों ( जिलाध्यक्ष का निलंबन निरस्त करे और जिला बेसिक शिक्षाधिकारी बदायूं पर कार्यवाही) को लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय आवाह्न पर प्रदेश के कोने-कोने से आये शिक्षकों के हुजूम ने लगातार भारी बरसात मे भीगते हुये जिला प्रशासन बदायूं को यह दिखा दिया कि जब तक मांगे नहीं मानी जाती शिक्षक बदायूं से हिलने वाला नहीं है,आज उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जाबांज सिपाहियों ने दिखा दिया कि शिक्षक दिवस पर शिक्षक के सम्मान से खिलवाड बर्दाश्त नहीं है।

          उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ आज यह ठानकर आया था कि बदायूं का संदेश प्रदेश के हर जनपद तक देना है जिससे भविष्य मे कोई भ्रष्ट और तानाशाह अधिकारी मनमानी करने का दुस्साहस  न कर सके।

           शिक्षक भवन बदायूं के एकदम सामने जिलाधिकारी बदायूं का कार्यालय है,उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ का प्रदर्शन शिक्षक भवन के विशाल प्रांगण मे हो रहा था,उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष डा० दिनेश चन्द्र शर्मा जी ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि मांगे न मानी गयी तो शिक्षकों का सैलाब पैदल मार्च करते हुये जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय पहुंचेगा और रोड जाम कर दी जायेगी,शिक्षक विधायक दल के नेता माननीय ध्रुव त्रिपाठी ने कहा कि हम जेल जाने की तैयारी करके आये हैं,यदि जिला प्रशासन की औकात हो तो हमे गिरफ्तार करे। 

          उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की दहाड और चेतावनी सुनकर जिलाधिकारी बदायूं ने सिटी मजिस्ट्रेट बदायूं और अपर पुलिस अधीक्षक बदायूं को वार्ता के लिए मंच पर भेजा,जहां पर सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा जिलाध्यक्ष बदायूं को निलंबन बहाली आदेश दिया गया और यह बताया गया कि जिला बेसिक शिक्षाधिकारी पर कार्यवाही शासन स्तर से होना है,शासन द्वारा जिलाधिकारी बदायूं से आख्या मांगी गयी थी,इसलिए जिलाधिकारी बदायूं ने आज जिला बेसिक शिक्षाधिकारी बदायूं के खिलाफ रिपोर्ट शासन को भेज दी है।

         अपने अंतिम उद्बोधन  मे उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष डा० दिनेश चन्द्र शर्मा जी ने कहा कि प्रदेश के कुछ जिला बेसिक शिक्षाधिकारी नियमों को ताक मे रखकर शिक्षकों का शोषण और उत्पीड़न कर रहे हैं,उनको ऊपर से वरदहस्त प्राप्त है,इसलिए अब बरदहस्त देने वालों के खिलाफ प्रदेश की राजधानी मे 9 अक्टूबर को आंदोलन होगा,उसमे पुरानी पेंशन सहित 18 सूत्रीय मांगों के साथ-साथ 69000 भर्ती शिक्षकों के ब्रिज कोर्स और रिचार्ज कूपन वाले अधिकारियों पर कार्यवाही की दो मांगें जोडकर बीस सूत्रीय मांगपत्र पर आंदोलन होगा।

        माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष और पूर्व शिक्षक विधायक माननीय सुरेश त्रिपाठी जी ने कहा कि लखनऊ के तानाशाह अधिकारी के खिलाफ उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के साथ माध्यमिक शिक्षक संघ भी 09 अक्टूबर को आंदोलन करेगा और मिलकर अराजकता को समाप्त किया जायेगा क्योंकि अब तो सेवा को सुरक्षित रखने की चुनौती है।

        अब प्रदेश के हर जनपद मे लखनऊ चलो के नारे की गूंज होगी,शोसल मीडिया,फेसबुक, ट्यूटर मे लखनऊ चलो की धूम मचेगी।

                          अखिलेश पाण्डेय

                        प्रांतीय संगठन मंत्री/जिलाध्यक्ष चित्रकूट 

                 उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ