डीबीटी के लाभ और हानि का मूल्यांकन कराएगा शिक्षा विभाग


लखनऊ। प्रदेश भर में बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ रहे कक्षा एक से आठ के विद्यार्थियों को किताब-कॉपी, यूनिफार्म और जूता-मोजा के लिए डीबीटी से 1200 रुपये प्रति छात्र सरकार देती है। विभाग डोटी के फायदे व नुकसान का थर्ड पार्टी


मूल्यांकन टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) से कराएगा।




आगरा में भी मूल्यांकन होगा।

विभाग ने मूल्यांकन के लिए 20 जिलों के 20-20 विद्यालयों का चयन किया है। इसके तहत

टीआईएसएस के प्रतिनिधि विद्यालयों में जाकर वहां के एक शिक्षक, एक प्रधानाध्यापक एक विद्यालय प्रबंध समिती के सदस्य और पांच अभिभावक से सूचनाएं लेंगे। इसमें वह जानेगे कि विद्यालय में नामांकित सभी बच्चों को डीवीटी का लाभ मिला, कितनी राशि मिली और इनमें से कितनी राशि से बच्चों के लिए सामग्री खरीदी गई। डीबीटी पर शिक्षकों, अभिभावकों व एमएससी सदस्यों के सुझाव लिए जाएंगे। व्यूरो