मुझको चांद लाके दो...फिर क्या शिक्षक ने पत्नी के लिए चांद पर खरीदी जमीन



शिक्षक ने चांद पर जमीन खरीदकर शादी की वर्षगांठ पर पत्नी को दिया तोहफा

जसरा। मुझको चांद लाके दो... मुझको तारे लाके दो...। वर्ष 92 में फिल्म खेल का यह गीत काफी लोकप्रिय हुआ था। लेकिन अकल्पनीय सपनों जैसी बातें अब सच हो रही हैं। पेशे से शिक्षक डॉ. शिव कुमार केसरवानी ने चांद पर जमीन खरीद कर अपनी शादी की वर्षगांठ पर पत्नी को नायाब तोहफा दिया है।


जसरा बाजार के निवासी डॉ. शिवकुमार ने बताया कि शादी की 33वीं वर्षगांठ पर वह पत्नी को कुछ अलग सा तोहफा देना चाहते थे। उन्होंने सेना में अफसर अपने एक मित्र से संपर्क किया। जिन्होंने चांद पर जमीन खरीदने का आइडिया दिया। मित्र ने भी वहां जमीन खरीदी है।

डॉ. शिवकुमार के मुताबिक, पिछले साल दिसंबर में उन्होंने अमेरिका में कार्यरत इंटरनेशनल लूनर लैंड रजिस्ट्री सोसाइटी से संपर्क कर ऑनलाइन सारे दस्तावेज भेजे। इसके बाद समिति ने स्वीकृति प्रदान की। इसके लिए ऑनलाइन पेमेंट पेपल के माध्यम से 1.24 लाख का भुगतान किया है। जमीन खरीदने के लिए उन्हें अपना मतदाता पहचान पत्र, पत्नी का आधार और नियुक्ति पत्र देना पड़ा था। उन्हें एक एकड़ भूमि आवंटित हो गई है। उनका भूभाग चांद पर सी ऑफ क्लाउड के मेरे नेबियम क्षेत्र में स्थित है।

उन्होंने यह भी बताया कि फरवरी तक उनके पास इलेक्ट्रॉनिक कार्ड के माध्यम से जमीन की पूरी डिटेल आ जाएगी। 19 जनवरी को वैवाहिक वर्षगांठ पर उन्होंने पत्नी को चांद पर जमीन खरीदने का पेपर उपहार में दिया तो सब दंग रह गए।